मेहनत एक दिन जरूर रंग लाती है : उर्मिमाला

उर्मिमाला जी सबसे पहले आपसे हमारा सवाल है कि आपने अपने कैरियर की शुरूआत कहां से की?


मैंने अपने करियर की शुरूआत कहा जाये तो तीन साल पहले की थी जब मैं मुंबई आई अपने सपने पुरे करने, मैं शुरू से क्रिएटिव फील्ड रही हूँ। स्कूल टाइम से डांस करने का शोक रहा, स्टेट लेवल, जिला स्तर पर परफॉरमेंस भी किये। 


12वीं कक्षा के बाद मुझे लगा कि कुछ क्रिएटिव करना चाहिये इसीलिए मैंने और पिताजी ने सोचा कि मीडिया लाईन में जाते हैं। एशियन एकेडमी आॅफ फिल्म एंड टेलविजन, नोएडा से मैंने फिल्म कोर्स किया। मुझे तब भी ऐसा नहीं लगा कि एक्टिंग ही करनी होगी। 



मुम्बई आने के बीस दिन बाद मुझे छोटा सा काम मिला। वो मेरा कहा जाए नेशनल टेलीविजन पर स्टार प्लस चैनल पर पहला काम था। मैं बहुत खुश थी और धीरे-धीरे ऐसे ही काम मिलते गया। मैंने क्राइम पेट्रोल, सावधान इंडिया, फीयर फाइल्स, आदि में भी काम किया है। मैं स्टार प्लस सीरियल इक्यावन में काम कर चुकी हूं, स्टार भारत के सीरियल 'आयुषमान भव' में भी सुधा चंद्रन जी की बेटी का अहम किरदार निभा चुकी हूं। इसके बाद मैंने म्यूजिक एल्बम में भी काम किया है। कोलगेट एडवर्टाइजमंट काजोल के साथ कर चुकी हूं, फेबर गीजर का एडवर्टाइजमेंट भी कर चुकी हूं। इसके बाद तेलुगू मूवी में डांस नंबर भी किया है जिसको कोरियोग्राफ किया है, बाहुबली मूवी के कोरियोग्राफर प्रेम रक्षित। ये मूवी रिलीज 2021 को होगी। उसके बाद मैंने अल्ट बालाजी का वेब सीरीज गंदी बात सीजन 4 में भी अहम भूमिका निभाई हूँ।


आपकी प्राथमिक शिक्षा कहां से हुई और आपने किस मोड़ पर अपने जीवन का लक्ष्य तय किया?


मैंने स्कूलिग धनबाद, झारखण्ड से की है और कॉलेज नॉएडा से। मैंने अपना लक्ष्य जो कि ऐक्टिंग करना है, मैंने कॉलेज के सेकंड ईयर के अंत में है डिसाइड कर लिया था कि मुझे इसी लाइन में आगे बढ़ना है।



आपकी सफलता और आज आप जिस मुकाम पर हैं उसने पाने के लिए आपने क्या किया और उसमें मुख्य भूमिका किसकी रही?


आज मैं जो भी हूं,जिस मुकाम पर हूं इसके लिए बहुत मेहनत की है मैंने और कर भी रही हूं आज भी क्योंकि अभी भी बहुत आगे जाना है, बहुत कुछ करना है। मेरा कोई बैकग्राउंड नहीं है इसीलिए और भी ज्यादा मेहनत करनी पड़ी। हजार आॅडीशंस दे तो तब शायद दस में सिलेक्शन होता है। रेजेक्शनस बहुत ज्यादा फेस करना पडता है,  मेरे इस सफर में जिसका अहम भूमिका रही है वो है मेरे माता-पिता क्योंकि अगर उनका सपोर्ट नहीं होता तो आज मैं जो भी कुछ हूं वो नहीं कर पाती और इनिशियल दिनों में मुंबई में मेरे  एक दोस्त ने भी मेरी बहुत मदद की, काफी मोटिवेट किया।



आज आप जिस मुकाम पर हैं और आज लोग आपको जानते हैं यह देख कर आपको कैसा महसूस होता है?


बहुत अच्छा लगता है जब आप कहीं बाहर जाओ तो लोग आपको पहचाने लागते है। ये एक ऐसी फिलिंग है जिसे आप बयान नहीं कर सकते। मेरे स्कूल के सभी टीचर्स, मेरे दोस्त सब मुझे देख कर मेरा काम देख के बहुत खुश होते हैं। ऐसा लगता है कि हां मैने आज कुछ तो अचीव किया पर फिर भी मैं यही कहूंगी कि अभी बहुत आगे जाना है, आशा करतीं हूं कि मैं ऐसे ही सबको प्राउड फील करवाती रहूं।


आपने आज तक अपने जीवन में जो तय किया और उसको पाने के लिए आपने दिन रात मेहनत की क्या अभी वह सपना अधूरा है?


अभी भी जो मेरा सपना है वो पूरा होना बाकी है क्योंकि जैसे कि मैंने कहा मुझे और आगे जाना है, बहुत कुछ अच्छा अचीव करना है ओर इसी के लिए मेहनत कर रहीं हूं।



आपको आपके परिवार से सबसे ज्यादा सपोर्ट और सहयोग किनसे मिला?


मुझे मेरे पापा और मम्मी दोनों का सपोर्ट शुरू से रहा है। पापा आज भी आडीशन का कुछ पोस्ट कहीं देखेंगे तो मुझे बोलेंगे अप्लाई करने के लिए। इसीलिए मुझे मेरे घरवालों से पूरा सपोर्ट और सहयोग मिलता गया।


आपको अभी तक कौन-कौन से सम्मानों से  सम्मानित किया जा चुका है?


ऐक्टिंग फील्ड में अभी तक मुझे कोई अवॉर्ड नहीं मिला, लेकिन हां मैने जो 'गन्दी बात सीजन-4' में काम किया तो मेरे शो को बेस्ट शो का अवॉर्ड मिला है। आशा करती हूं जल्द ही ऐक्टिंग में बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड भी मुझे एक दिन मिले। इसके अलावा में स्कूल टाइम पे स्टेट लेवल, डिस्ट्रिक्ट लेवेल में डांस का अवॉर्ड जीत चुकी हूँ।



आपके जीवन के रोल मॉडल कौन है तथा आप किस फिल्म स्टार की तरह बनना चाहती हैं?


मेरे जीवन के रोल मोडल मेरे पापा हैं क्योंकि मैंने उन्हीं से सीखा अपने काम के प्रति डेडीकेशन कैसे होता है। आज भी अपने काम को ले के जो सीरियस हैं, मैं उन्हीं से इंस्पायर हुई हूं, हर कदम पर और जहां तक बात है मै किस फिल्म स्टार के तरह बनना चाहती हूं तो मैं यही कहूंगी की मुझे किसी के तरह नहीं बनना। मुझे अपनी खुद की अलग पहचान बनानी है, अपने काम से, अपने नेचर से, इसी पर बिलीव करती हूं। लेकिन ऐसे कहा जाए तो मुझे राजकुमार राओ, नवाजुद्दीन सिद्दिकी, सुशांत सिंह राजपूत, दीपिका पादुकण इनकी ऐक्टिंग पसंद है।


अभी तक आपने जितनी भी कार्य किए हैं उनमें से आपके लिए सबसे बेस्ट और सबसे अच्छा कार्य और अनुभव कौन सा रहा?


अभी तक मैंने जितने काम किए उसमे से सबसे बेस्ट काम जो मैंने किया और जिससे लोग मुझे पहचाने लगे वो है स्टार भारत का सेरियल 'आयुषमान भव'। ये मेरे लिए सबसे मेमोरेबल इसीलिए भी रहेगा क्युकी ये मेरा पहला बड़ा प्रोजेक्ट था टेलीजन में। मैंने अच्छे स्टार कास्ट के साथ काम किया जैसे कि सुधा चंद्रन जी, मनिष गोयल जी। इनके साथ कैरियर की शुरूआत करना मतलब मेरे लिए ये एक बहुत बड़ी एकनॉलेजमंट थी और हमेशा रहेंगी। उसमे मेरा रोल भी कॉमेडी, बबली था, तो ये भी मेरे लिए कुछ अलग एक्सपीरियंस रहा।



आप आने वाली पीढ़ी को कोई ऐसा संदेश देना चाहेंगी जिनसे वह प्रेरित हो सके।


मैं सभी लोगो को यही कहना चाहूंगी जो भी इस फील्ड में अपना कैरियर बनाना चाहते है, अपने सपने पूरा करना चाहते हो तो आप थियेटर करो, अपने आपको ग्रूम करिए, इंडस्ट्री में आए तो एक टाइम फ्रेम ले के कभी ना आए की इतने टाइम में हुआ तो हुआ वरना नहीं क्योंकि यहां चीजे होने में टाइम लगता है। रातोंरात कुछ नहीं होता इसलिए पेशंस रहना रखना बहुत जरूरी है और सबसे इंपॉर्टेंट फोकस्ड रहिए, जितना हो सके आॅडीशन दीजिए क्योंकि इससे आप अगर कुछ थियेटर नहीं भी करते है, जितना ज्यादा आडिशन देते रहेंगे उतना आपकी ऐक्टिंग इम्प्रूव होने लगेंगी और आपको कास्टिंग डायरेक्टर याद भी रखेंगे।