मानसून का मजा लें


मानसून का इंतजार हर किसी को होता है और इस बार तो इसका इंतजार बेसब्री से किया जा रहा है। मानसून के आते ही वातावरण में नमी आ जाती है और तापमान गिरना शुरू हो जाता है। इन कारणों से बैक्टीरिया और वायरस को पनपने का अवसर भी मिलता है। इसलिए मानसून के आते ही रोगों का आक्रमण हो जाता है। 



बुखार, वायरल इंफेक्शन, आई फ्लू आदि रोग मानसून अपने साथ लाता है। इस समय व्यक्ति को अपने खान-पान पर भी विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। आइए जानें कि मानसून के इस मौसम में भी आप कैसे स्वस्थ रह सकते हैं-



 



  •  वातावरण में अधिक नमी के कारण उन भोज्य पदार्थों का सेवन कम करें जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है जैसे खरबूजा, तरबूज, लस्सी आदि।



  •  मानसून में छल्ली या कार्न खाने का तो अपना अलग मजा होता है पर अगर आप उबली हुई छल्ली खा रहे हैं तो विशेष सावधानी बरतें। बाजार में सड़कों पर बिकने वाली उबली छल्ली का सेवन फूड पॉयजन का कारण बन सकता है। इसलिए छल्ली को घर पर ही उबालें और इसका सेवन करें।



  •  इस ऋतु में खट्टे भोज्य पदार्थ इमली, चटनी, अचार आदि का सेवन भी कम करें। 



  •  इस ऋतु में सबसे आवश्यक है कि जिन भी भोज्य पदार्थों का सेवन कर रहे हैं वे ताजे व साफ-सुथरे हों ताकि उनमें कीटाणुओं को पनपने का अवसर न मिले, इसलिए ताजा भोजन ही लें। भोज्य पदार्थों को फ्रिज में रखें ताकि वे खराब न हों।



  • हरी सब्जियों के सेवन से पूर्व उन्हें पानी से अच्छी तरह साफ करें क्योंकि इनमें कीड़े होने की संभावना अधिक होती है।



  •  इस मौसम में भारी तेल जैसे तिल का तेल, सरसों के तेल के स्थान पर कॉर्न आयल या आॅलिव आयल का प्रयोग करें।



  •  मीट, चिकन आदि को पकाने से पूर्व इन्हें अच्छी तरह साफ करें व इनको सेमी कुक करके न खाएं। इस बात का भी ध्यान रखें कि मांस हमेशा ताजा हो। कई लोग मीट आदि को 4-5 दिन तक फ्रीजर में रखते हैं व अपनी सुविधानुसार उसे पकाते हैं। ऐसा करना आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है इसलिए जितना बनाना हो, उतनी ही मात्रा लें ताकि फ्रिज में स्टोर करने को आवश्यकता न पड़े। इस समय मछली का सेवन भी न करें। 



  • सड़कों पर बिकने वाले खाद्य पदार्थ चाट, भेलपुरी, नींबू पानी, जूस, सलाद आदि का सेवन भी न करें। बाहर खाना खाते समय दही, रायता आदि डेयरी प्राडक्टस भी न लें, न ही बाहर का सलाद खाएं।



  •  इस समय ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें जो इंफेक्शन से सुरक्षा देते हों। कड़वापन लिए हुई सब्जियां जैसे करेला, मेथी व मेथी दाना, हल्दी आदि का प्रयोग इंफेक्शन से सुरक्षा देता है।