युवाओं की सोच को बदलेगी 'बारी'


जन तक अपनी बात रखने के कई साधन हैं,  इनमें से फिल्म भी एक है। सोशल प्लेटफार्म के आने से इस क्षेत्र में बढ़ोतरी हुई है। नये-नये कांसेप्ट देखने को मिल रहे हैं. कवर सांग बनाने का लोंगो में काफी क्रेज देखा जा रहा है। किसी भी गाने को नये तरीके से रखना, कवर वर्जन या कवर सांग कहलाता है।


कहते हैं फिल्मकार कभी भी बंद कमरे में बैठकर नही बन सकता, इसके लिए बाहर निकलना पड़ता है। जनसंचार एवं पत्रकारिता, फिल्म निमार्ण, फोटोग्राफी इत्यादि के क्षेत्र में प्रैक्टिकल सेशन का होना बहुत जरूरी है। अरूनुज फिल्ममेकिंग एंड ऐक्टिंग स्कूल द्वारका दिल्ली इन बातों को समझती है। यही कारण है कि समय-समय पर यहाँ के विद्यार्थियों द्वारा कई प्रोजेक्ट देखने को मिलते हैं।



 जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक फाइनल ईयर के विद्यार्थी देबीप्रसाद पति द्वारा 'बारी' कवर सांग बनाया गया है। जिसे हैंडमेड प्रोडक्शन के यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है।


इस सांग में तीन आर्टिस्ट हैं - सागर शर्मा, कुंतल प्रकाश राणा और निखिल झा। असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर ॠषव सिंहा है। सिनेमेटोग्राफी, एडिटिंग और डायरेक्शन देबीप्रसाद पति ने किया है।



देवी ने इससे पहले भी कि शॉर्ट फिल्म, कवर सांग का निर्माण कर चुके हैं. कामधेनु, निकीती, संदेशा इत्यादि आदि. शार्ट फिल्म काम  धेनु की स्क्रीनिंग खजुराहो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हो चुकी है और नेटीवुड फिल्म फेस्टिवल में आॅफिसियल सलेक्शन किया गया है. अरुनुज फिल्म्स के बैनर तले बनने वाली मगरूरियत 2 में सिनेमेटोग्राफर के तौर पर कार्य करने वाले हैं. निकीती, संदेशा को भी दर्शकों से खूब सराहना मिल चुकी है. इसके द्वारा फिल्माए गए शॉट्स को लोग काफी पसंद करते हैं. यही वजह है पोस्टर रिलीज होते ही लोगों की अपेक्षाएं बढ़ गयी है इस बार क्या नया देखने को मिलेगा।


 इस सांग में बतौर अभिनेत्री कुंतल ने बताया कि मुझे हैंडमेड प्रोडक्शन के साथ काम कर के बहुत अच्छा लगा. एक अलग सी फीलिंग होती है आॅन कैमरा काम करने की. मै हमारे डायरेक्टर देबीप्रसाद पति को दिल से शुक्रिया कहना चाहती हूँ की उन्होंने मुझे इस लायक समझा. मै प्रोफेशनल एक्टर नहीं हूँ, अभी सिख रही हूँ. मै पूरी टीम को थैंक्यू बोलना चाहूंगी। सेट पर सभी बहुत कॉपरेटिव थे. मुझे किसी भी समय ये एहसास ही नहीं होने दिया गया की मै नई हूँ. मुझे, मेरे घरवालों और मेरे दोस्तों को बेशब्री से इस गाने का इंतजार है. पोस्टर रिलीज होते ही मुझे कई ने पूछा कब आ रहा है. लिंक शेयर जरूर करना इत्यादि. आप हमारे एक्साइटमेंट को समझ सकते हैं।


 निखिल झा ने बताया कि ये उसकी पहली म्यूजिक वीडियो है. मुझे हैंडमेड प्रोडक्शन के साथ काम कर के सुन्दर सी अनुभूति हुई. शूट के दौरान मुझे कई सारी बातें सिखने को मिली. एक्टिंग पर्सपेक्टिव के साथ साथ फिल्म निर्माण की कई तकनीक सिखने को मिला। सच बताऊं तो मै शूट के दौरान काफी नर्वस था. थैंक्स मेरे को-एक्टर का जिन्होंने काफी सपोर्ट किया. डायरेक्टर देबीप्रसाद पति का विशेष धन्यबाद जो मुझे बहुत प्यार से समझाते- हो जायेगा, एक टेक और करते हैं।


सागर शर्मा ने बताया कि मैं देबि के साथ कई प्रोजेक्ट में एसोसिएट रहा हूँ.  इसके द्वारा किसी भी बातों का रखने का तरीका काफी अच्छा लगता है. ये काफी खुशमिजाज इंसान हैं. इनके सेट पर आपको हमेशा खुशनुमा माहौल देखने को मिलेगा. मै और देबि दोनों क्लासमेट हैं. अरुनुज फिल्ममेकिंग एंड एक्टिंग स्कूल दिल्ली में दोनों का फाइनल ईयर है. इनका इंटरेस्ट डायरेक्शन फील्ड में रहा और मेरा एक्टिंग में. संस्थान के निर्देशक अनुज कुमार रॉय सर का तहे दिल से शुक्रिया।



इस गाने को बनाने में कई संस्था ने सपोर्ट किया है जिसमे से हैं- अरुनुज फिल्ममेकिंग एंड एक्टिंग स्कूल, दीपाली ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट, तनाश मीडिया एंड मार्केटिंग सलूशन, डिजिटेक्स मीडिया, फिलमिटिक्स मीडिया और द लुक एडिटवर्क्स इत्यादि।


डीटीआई के डायरेक्टर सुमन शर्मा ने बताया कि आपके छोटे से सहयोग से अगर किसी की सहायता हो जाये तो कर देनी चाहिए. मेरे लिए खुशी की बात है.  इस उम्र में बच्चे खुद से कुछ करने की क्षमता रखते हैं. और मै ये आश्वाशन देती हूँ कि जब कभी भी इनको मेरे सहयोग की जरूरत पड़ी तो मै इनके साथ खड़ी रहूंगी।



अरुनुज फिल्ममेकिंग एंड एक्टिंग स्कूल और अरुनुज फिल्म्स के निर्देशक अनुज कुमार रॉय ने बताया कि हमे अपने विद्यार्थियों पर गर्व है. हमारे संस्था में थ्योरी से ज्यादा प्रैक्टिकल पर फोकस किया जाता है. विद्यार्थी अपने लक्ष्य तक कैसे पहुंचे इसको लेकर एक रोडमैप तैयार किया जाता है. सागर शर्मा फाइनल ईयर में हैं , इसने  मेहनत में कोई कसर नहीं छोड़ी इसी का परिणाम है कि ये राजस्थान में बनने वाली फीचर फिल्म में बतौर अभिनेता काम करने वाले हैं. मगरूरियत-2 में मुख्य अभिनेता के रूप में आपको देखने को मिलेंगे। फिल्म की शूटिंग इसी वर्ष होना है. देबीप्रसाद पति द्वारा बनाये फिल्म को अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में स्क्रीनिंग और सलेक्शन हुआ है. आउटडोर शूट, एडवेंचर कैंप, नाटक का मंचन, फेस्टिवल इत्यादि के जरिये संस्था द्वारा विद्यार्थियों में ऊर्जा बरकरार रखने की कोशिश की जाती है।