हाई ब्लड प्रेशर क्या लें, क्या न लें


हाई ब्लड प्रेशर अपने आप में एक बीमारी है। जो लोग अधिक तनाव ग्रस्त रहते हैं, अपने खान-पान, रहन-सहन में बिलकुल लापरवाह होते हैं, अक्सर ऐसे लोग इसके शिकार हो जाते हैं। 



इस रोग के प्रारंभ में कुछ ऐसे लक्षण एकदम दिखाई नहीं पड़ते कि जिनसे परहेज कर अपनी सेहत को समय रहते संभाला जाए। थकान होना, चक्कर आना, सिर दर्द रहना प्रारंभ में कभी कभी महसूस होता है पर अधिकतर लोग इसे हल्के में लेते हैं और घरेलू नुस्खे आजमा कर जीवन की रफ्तार को आगे बढ़ाते जाते हैं। ऐसा करना अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ करना हो सकता है। हाई ब्लड प्रेशर दिल की बीमारी का इशारा हो सकता है। 



डाइट में सैचुरेटिड फैट नहीं लेने चाहिए। इनके नियमित सेवन से दिल की नलियों मंे संकरापन आ सकता है जो हार्ट अटैक को निमंत्राण दे सकता है। प्रयास कर लो फैट डाइट ही लें। आइये देखें हाई बीपी में क्या खाएं क्या न खाएं:-



क्या लें:-



  • सूप, सलाद, नींबूपानी, खट्टे फल, नारियल पानी, काले चने, लोबिया, अलसी के बीज, सोया, आड़ू का सेवन लाभप्रद हैं।

  • पानी खूब पिएं। करीब 8 से 10 गिलास तक।

  • कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम आदि का भरपूर सेवन करें। इन्हें आप, दूध, हरी सब्जियां, दालें, संतरा, स्ट्राबेरी, बादाम, केला, सीताफल के नियमित सेवन से प्राप्त कर सकते हैं। सब्जियों में गाजर, पत्ता गोभी, ब्रोकली, पालक, कटहल, टमाटर, प्याज, लहसुन और पत्तेदार सब्जियां लें।

  • ओमेगा थ्री वाली चीजें जैसे अखरोट, बादाम, फिश आदि खाएं। रोजाना 5 से 7 बादाम और 1 से 2 अखरोट खाएं।

  • ब्लड प्रेशर के लिए अमेरिकन हार्ट एसोसिएशयन के अनुसार इस बात पर जोर देना चाहिए कि क्या खाएं। उनके अनुसार दिनभर में एक किलो तक फल और सब्जियां, कार्बोहाइड्रेट और लो फैट दुग्ध और उनसे बने उत्पाद का सेवन करें।



क्या न खाएं



  • नमक का सेवन काफी कम करें। दिन भर में आधा चम्मच नमक काफी है। टेबल साॅल्ट का प्रयोग न करें। नमक की मात्रा बराबर रखने हेतु सप्ताह में एक बार बिना नमक का भोजन करें।

  • साॅस, पापड़, अचार, चटनी, बेकिंग पाउडर, अजीनोमोटो आदि का परहेज करें।

  • पैकेज्ड और फ्रोजन खाद्य पदार्थों में नमक अधिक और प्रिजर्वेटिव होने के कारण इनका सेवन भी कम से कम करें।

  • बिस्किट, बेकरी प्राॅड्क्स, नमकीन, चिप्स में सैचुरेटिड फैट्स होते हैं। इनसे भी परहेज करें।

  • रेड मीट का भी सेवन न करें। बीपी बढ़ाने में मदद करता है।

  • स्ट्रेस मैनेजमेंट एक्सरसाइज करें। भ्रामरी प्राणायाम, मेडिटेशन आदि करें।


बढ़े हुए बीपी में डाइट कंट्रोल का रोल 50 प्रतिशत होता है। उसके साथ व्यायाम कर और तनाव से छुटकारा पाकर आप बीपी पर कंट्रोल पा सकते हैं।