स्वस्थ व्यक्तित्व की पहचान: सुडौल वक्षस्थल


हर महिला की चाहत होती है उसका स्वास्थ्य अच्छा हो, उसका व्यक्तित्व ऐसा हो कि सभी प्रशंसा करें। स्वस्थ व्यक्तित्व में उच्च कद काठी, उन्नत वक्षस्थल? अच्छी चाल, चमकदार त्वचा, खिला चेहरा समाहित होते हैं। उन्नत सुडौल वक्षस्थल स्त्राीत्व को संपूर्णता प्रदान करते हैं। प्राचीन काल से ही स्त्राी के सौंदर्य वर्णन में इन अंगों का वर्णन किया गया है।


ढीले वक्ष होने पर महिलाओं को कई प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके कई कारण हैं न्यूट्रीशस डाइट का न लेना, उचित समय पर ब्रा न पहनना, हारमोनल परिवर्तन, मासिक धर्म की अनियमितता, तनाव, अधिक उपवास रखना, व्यायाम का अभाव, डाइटिंग करना आदि। वैसे आधुनिक युग में जो लोग पैेसे वाले हैं वह उन्हें मनचाहा आकार दिलवा सकते हैं जो लोग आर्थिक समस्या से ग्रस्त हैं वह कुछ प्राकृतिक और आयुर्वेदिक तरीके अपनाकर लाभ उठा सकते हैंः-




  • हमेशा उचित आकार की ब्रा पहनें। न तो ब्रा लूज हो और न ही टाइट।

  • न्यूट्रिशियन डाइट लें, तनाव से दूर रहें। मन में आकार के प्रति कंुठा न पालें।

  • अपनी दिनचर्या व्यवस्थित रखें। समय पर खाना, पौष्टिक खाना अपनी दिनचर्या का जरूरी अंग बनाएं।

  • अधिक से अधिक प्रोटीनयुक्त आहार लें।

  • नियमित व्यायाम, योगासन द्वारा स्तनों को सही आकार देने में मदद मिलती है। नियमित व्यायाम से मांसपेशियां दुरूस्त होती हैं, रक्त संचरण सुचारू होता है और चर्बी भी कम होती है। समय निकाल कर व्यायाम, योगासन अवश्य करें।

  • मालिश को भी सर्वोत्तम माना जाता है। मालिश से भी शरीर में रक्त संचार सुचारू होता है और मांसपेशियों की टोनिंग होती है। नहाने से पूर्व किसी भी तेल से गोलाई में मालिश करें और नीचे से ऊपर की ओर भी।

  • पानी का सेवन ज्यादा करें।

  • बाजार मेें कई बाॅडी टोनर और जैल उपलब्ध हैं। उचित मात्रा में हथेलियों में जैल लेकर सर्कुलर स्ट्रोक्स में मालिश करें लाभ मिलेगा।