फूलों भरी ठंडक और शांति


जब भी हम गरमी के दिनों में बाहर से काम करके या शाॅपिंग करके आते हैं तो हम धूप से झुलस जाते हैं। माथा गरमी से तमतमाता है और अचानक घर पहंुचकर हमें एक भयानक किस्म की थकावट का अहसास होता है।



ऐसे में आपको चाहिये कि आप थोड़ी देर बैठ कर आराम करने के बाद या फिर रात को सोने से पहले जरूर नहा लें लेकिन यह कोई मामूली स्नान नहीं होना चाहिये। आप अपने तनाव व थकावट को इस सरल उपाय से दूर कर सकते हैं यदि आप इस नहाने के पानी में कुछ खास जड़ी-बूटियां और फूलों का इत्र मिला दें।



यह एक जानी-मानी बात है कि कुछ ऐसी जड़ी-बूटियां हैं जो आपको और आपके मस्तिष्क को ठंडक पहुंचाती हैं। इनका प्रयोग करने से आपका तनाव जरूर दूर होगा। आम तौर पर हम गरमी के दिनों में गुलाब का इत्र मिला देते हैं और कभी-कभी इससे हम आंखें भी धोते हैं लेकिन गुलाब के अलावा और भी कई ऐसी जड़ी बूटियां हैं जिनसे आपको आराम मिलता है। इनमें से एक है चमेली।




चमेली का इत्र एक मग गुनगुने पानी में मिला दें और फिर इसे पूरी नहाने की बाल्टी में डाल कर पानी से भर दें। अब धीरे-धीरे इस पानी से नहायें। सिर पर यह पानी जरूर डालें। चमेली का इत्र आपको ठंडक पहुंचाता है और तनाव के दूर होने का अहसास फौरन होता है।



तनाव, सिरदर्द व खास तौर पर माइग्रेन दूर करने में बबूने के फूल बहुत लाभदायक हैं। यदि बबूने के फूलों का इत्र न मिले तो इनको रात भर पानी में भिगो कर रख दें। सुबह इनको मसल कर छान लें। अब इन्हें नहाने के पानी में मिला दें। बबूने के फूल सिरदर्द और तनाव दूर करने का एक सरल उपाय है। इसी प्रकार आप नहाकर यदि बबूने के फूलों का इत्र माथे पर हल्का-सा लगाकर मालिश करते हैं तो और भी अच्छा असर होगा।




दालचीनी, लवंग व हरी इलायची को पीसकर, थोड़े से पानी में उबाल कर, नहाने के पानी में मिलायें तो भी फायदा होता है।
इसी प्रकार आप इन फूलों व जड़ी बूटियों की एक सुगंधित मलहम भी बनाकर रख सकते हैं। इसे आप किसी भी असुगंधित तेल में या पेट्रोलियम जैली में मिला कर रख दें और समय-समय पर अपने माथे पर, कलाइयों के अन्दर वाले भाग पर मलें पर या फिर कान के नीचे लगा सकते हैं। इससे आपको भीनी-भीनी खुशबू भी मिलेगी और ठंडक भी पहुंचेगी।



और भी कई ऐसे फूल व उनकी बूटियां हैं जो लाभदायक हैं जैसे गुलमेहंदी की बूटी, कैलेनड्युला के फूल व स्वीट पीज के फूल भी अच्छे माने जाते हैं लेकिन शांत रहने के लिए चमेली के फूल सबसे ज्यादा फायदेमंद हैं।