मेंहदी आभूषण है हाथों का


इतिहास साक्षी है कि मंेहदी का प्रचलन बहुत पुराना है। गुप्तकालीन चित्रकला तथा अजंता व एलोरा की प्रस्तर मूर्तियों में मेंहदी लगाती औरतों का चित्रण किया गया है। मेंहदी सौभाग्य सूचक और दांपत्य जीवन की सुदृढ़ता की प्रतीक है पर आजकल कुंआरी लड़कियां भी इसका खूब प्रयोग करती हैं।



नवयौवनाएं मेंहदी रचाकर यह पूर्वानुमान लगती हैं कि कितनी गहरी रची है। इसी से वे अपने भावी पति के प्रेम का पूर्वानुमान करती हैं कि वे कितना प्यार करेंगे। मांगलिक पर्व जैसे सावन तीज, रक्षाबंधन, गणगौर, होली, दीपावली आदि अवसरों पर बिना मेंहदी रचाए नारी श्रृंगार अधूरा माना जाता है। इसके प्रति आकर्षण सभी जगह समान रूप से व्याप्त है लेकिन अलग-अलग राज्यों व क्षेत्रों में अलग अलग नमूनों से सजाया जाता है। जहां दिल्लीवासी व यूपीवासी मेंहदी के आधुनिक नमूने पसंद करते हैं, वहीं कलकत्तावासी कलात्मक मेंहदी में पान की आकृतियां, फूल, कलियां, पत्तियां अधिक सजाते हैं। राजस्थानी मेंहदी में पत्तियों वाले नमूने को ज्यादा महत्त्व दिया करते हैं जबकि मुम्बईवासियों की मेंहदी में मोर, तितली, हाथी या फिर ज्यामितीय आकृतियां पसंद की जाती हैं।


महत्त्व:
आयुर्वेद में इसे जीवनोपयोगी और स्वास्थ्वर्द्धक औषधि के रूप में काफी महत्त्व दिया जाता है। हाथों या किसी अन्य भाग में जलन होने पर मेंहदी के पत्ते पीसकर शरीर के जलन वाले हिस्से पर रखने से राहत मिलती है। गर्मी के दिनों में मेंहदी विशेष लाभदायक है। मेंहदी के पुष्पों को पास रखकर सोने से गहरी नींद आती है और मस्तिष्क संबंधी बीमारियों में राहत मिलती है।
मेंहदी एक अच्छे कंडीशनर का भी काम करती है। इसके प्रयोग से बालों का झड़ना व रूखेपन की समस्या से आराम मिलता है। वर्तमान समय में मेंहदी का प्रयोग सौंदर्य क्षेत्र में सबसे ज्यादा हो रहा है।



कैसे रचाएं:
हाथ-पैरों पर मेंहदी रचाने से पूर्व हाथ पैरों को साबुन से अच्छी तरह साफ कर धो लें। सुखाने के बाद हाथों पर मेंहदी का तेल मल लें। अब मेंहदी को प्लास्टिक के कोन में भरकर हाथों पर मनपसंद डिजाइन बनाए जा सकते हैं। सूखने पर इसे नींबू व चीनी के मिश्रण से गीला करते रहना चाहिए।
मेंहदी को अधिक दिनों तक चमकदार बनाने के लिए एक तवे पर दो चार लौंग भून कर उसके धुएं से हाथ सेंकें जिससे इसका रंग शीघ्र खत्म नहीं होता। तीन चार घंटे के बाद बिना धार वाले चाकू से छुड़ा दें। फिर हाथों पर सरसों का तेल मल लंे जिससे रंग गाढ़ा हो जायेगा और वह बहुत दिनों तक बना रहेगा, मेहंदी हटाने के कुछ समय तक पानी का प्रयोग न करें।


छुड़ाने का तरीका:
ज्यादातर देखा गया है कि एक हफ्ते में मेंहदी का रंग फीका पड़ जाता है जो देखने में भी बुरा लगता है। तब इसे छुड़ाने के लिए आधा चम्मच मीठा सोडा और आधा चम्मच चूने में नींबू का रस डालकर हाथों पर रगड़ने से मेंहदी का रंग साफ हो जाता है। आमतौर पर इसे नींबू के रस से भी छुड़ाया जा सकता है।