सपनों को मरने नहीं देना चाहिए : रितु कटारिया




मिसेज रितु कटारिया ने 2018 में मिसेज हरियाणा का खिताब जीत कर न केवल अपने परिवार का बल्कि गुरुग्राम नाम रोशन किया। एम.वाई.के.मीडिया द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता की पहली मिसेज हरियाणा बनी जिसके लिए वह इस कार्यक्रम की आयोजक देविका सिंह का तह दिल से शुक्रिया करती है। पेशे से रितु कटारिया सरकारी स्कूल में केमिस्ट्री लेक्चरर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपने कर्त्तव्यों को पूरा करते हुए अपने सपनों को पूरा करने का फैसला किया। सफल शादी शुदा जिंदगी के लगभग 18 वर्ष बाद उन्होंने ऊंची उड़ान भरने की कोशिश की। वह दो बेटियां की मां होना अपना सौभाग्य मानती है। अनकी इस सफलता के पीछे उनके पति और परिवार का बहुत योगदान रहा है।




रितु कटारिया ने कहा कि वह इस जीत को इस भारत वर्ष की हर महिलाओं को समर्पित करना चाहती है और नारी सशक्तिकरण के माध्यम से महिलाओं और लड़कियों को समाज में समान रूप से भागीदार दिलाना चाहती है उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने का प्रयास कर रही है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों की लड़कियों की शिक्षा पर जोर दे रही है। उनके अनुसार हमें अपने बेटों के अच्छे संस्कार और अच्छी शिक्षा पर जोर अवश्य देना चाहिए ताकि वे नारी जाति का हमेशा सम्मान करें। उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना कर समाजसेवा के लिए हर संभव प्रयास करेंगी। उनका मानना है कि हमें कभी अपने सपनों को मरने नहीं देना चाहिए जब तक कि आपके सपने पूरे नहीं होते।