रूकिये - जरा सोचिए


आज हर प्रकार की बीमारियों ने हमें घेर रखा है। जितनी तरक्की वैज्ञानिकों ने नई दवाईयां बनाने में की है, उतनी ही जल्दी मनुष्य ने गलत आहार लेकर और गलत रहन सहन से नई और अनोखी बीमारियां खोज निकाली हैं। हर इन्सान पैसा बनाने की भाग दौड़ में इतना व्यस्त है कि उसे सम्पूर्ण आहार लेने का समय ही नहीं मिलता।


नौकरी की भाग दौड़ में हमेशा दो से चार घंटे तक अपने घर से दफ्तर और वापिस घर पहुंचने में व्यतीत करते हैं। इसलिये, कुछ लोग तो खाना ही नहीं खाते या फिर चलते फिरते, आते जाते, जितना समय मिले, कुछ भी खा लेते हैं। आजकल एक नया रिवाज बन गया है। हर कोई पिज्जा या बरगर या इस प्रकार का सुविधाजनक फास्ट फूड खाना पसंद करता हैं। इन सब चीजों से अनगिनत प्रकार की नई बीमारियां फैलती हैं।


आज के माहौल में अनगिनत लोग तनाव के शिकार हो गये हैं। तनाव दूर करने के लिए वे सिगरेट अथवा शराब या नशीले पदार्थों का सहारा लेने लगे हैं। यह सब कब तक चलेगा? आखिर किसी दिन तो आप का शरीर इस तरह के जीवन को अस्वीकार करेगा। अगर आप इस प्रकार का तनाव भरा जीवन व्यतीत कर रहे हैं तो आपका जीवन तेजी से एक अंधेरी खाई की ओर बढ़ रहा है। इसलिए आप तुरन्त रूकिये और जिन्दगी और अपने रहन सहन के तौर तरीकों पर गौर कीजिये।




सबसे पहला कदम है अपनी खाने की आदतों को बदलना। सबसे अधिक खतरा आज दिल की बीमारी, नशा, तनाव तथा स्थूलता की बीमारियों से है। ये सब बीमारियां पोषण सम्बन्धी हैं। हम आपको पोषण के बारे में कुछ आवश्यक बातें बताते हैं जिससे आपको अपनी सेहत सुधारने मंे मदद मिले।
चर्बी युक्त खाना कम करें:- चर्बी युक्त खाना कम करने से आपकी अधिकतर बीमारियां दूर हो सकती हैं। हमारा शरीर अपनी जरूरत के अनुसार चर्बी बनाता है। चर्बी मांस, अंडे, मछली तथा मक्खन इत्यादि में पाई जाती है। जब हमारी खुराक में यह सब अधिक मात्रा में हो तो हमारे जिगर पर असर पड़ता है इसलिए हमें हमेशा असंतृप्त वसा ही खानी चाहिये। वनस्पति तेल, नारियल का तेल, मक्खन अथवा असली घी को कम करें। मांस कम खायें और अंडा भी रोज न लें।



चीनी कम करें:-


थकावट दूर करने के लिए या फिर गर्मी से बचने के लिए न जाने कितनी बार हम ठंडा पानी या शीतल पेय पीते हैं। जैसे ही चीनी शरीर में प्रवेश करती है, इंसुलिन पैदा होती है और शरीर में चीनी की कमी हो जाती है इसलिए थकावट का अहसास होता है। चीनी न तो अधिक मात्रा मंे और न कम मात्रा में लें। कोशिश करें कि फलों के द्वारा चीनी की पूर्ति करें। आप शीतल पेय पीना कम करें, चाय अधिक न पियें और न ही काॅफी पियेें। फलों का जूस, केला, आलूबुखारा और खजूर आदि लें।



नमक भी कम करें:-


अधिक नमक का प्रयोग करने से आप ब्लड प्रेशर का शिकार हो सकते हैं। नमक शरीर में जाने के बाद तरलता बनाए रखता है। इसलिये आज से ही खाने में नमक कम डालें। टमाटर की सास भी कम लें। अपने खाने को स्वादिष्ट बनाने के लिए मिर्च या नमक की जगह हरा धनिया, अदरक, लहसुन, नींबू इत्यादि डालें और हल्का नमक डालें।



रेशा-युक्त खाना खाएं:-


अपने खाने में अधिक रेशा-युक्त पदार्थों की मात्रा बढ़ायें। यह खाना आपका वजन नहीं बढ़ने देगा। यह सेहत के लिए बहुत अच्छा है और आपकी स्फूर्ति बढ़ाता है। सफेद डबल रोटी की जगह आप गेहूं की ब्राउन ब्रेड शुरू कर दें। हर प्रकार की दालें, कई किस्मों की सब्जियां व फल, जैसे सेमफली, ग्वारफली, बन्दगोभी, सेब इत्यादि के अलावा दलिया, भुट्टा भी रेशा युक्त आहार हैं। आलू भी अच्छा है लेकिन इसे भून कर या उबाल कर खायें। दालों को अंकुरित कर के खाने में अनोखा लाभ है।




अधिक पानी पिएं:-


दिन में कम से कम आठ गिलास पानी पीना जरूरी है। इससे आपके शरीर में तरावट तो रहती ही है, खाना पचाना भी आसान हो जाता है।
इस तनावभरी जिन्दगी में जब कि आपके पास समय की कमी है, यह जरूरी है कि आप अपने खाने पीने का अधिक ध्यान रखें। सिर्फ वही चीजें खायें जिनसे आपको लाभ हो। धीरे खायें और खाते समय कोई भी तनाव अपने मन में न रखें। इससे अलसर होने का डर है। अगर आप थोड़ा सा भी खाना खाते हैं, और धीरे-धीरे चबाकर खाते हैं, खाने के दौरान हंसी मजाक करते हैं और अपने दिमाग को शांत रखते हैं तो वह खाना अवश्य आपके तन को लगेगा।



आप खुद भी सोच सकते हैं कि आपको क्या पचता है। आप जितना घी, तेल, नमक व चीनी की मात्रा घटायेंगे और उबली चीजें, अंकुरित आहार और ताजे फलों का सेवन करेंगे, उतने ही स्वस्थ रहेंगे।