क्यों सताता है जोड़ों का दर्द


सर्दी प्रारंभ होते ही शरीर के जोड़ दुखने लगते हैं। इस समस्या का सामना अक्सर उम्र बढ़ने के साथ प्रारंभ हो जाता है। जोड़ों का दर्द न केवल उम्रदराज लोगों को तो सताता ही है उसके साथ उन्हें भी परेशान करता है जिनकी हड्डियां कमजोर हो, जीवन शैली बिगड़ी हो, खान-पान सही न हो। इतनी सारी सुख सुविधाओं के होते भी जोड़ों के दर्द की परेशानी बढ़ती जा रही है।
विशेषज्ञों के अनुसार तापमान में कमी के कारण जोड़ों की रक्तवाहिनियां सिकुड़ने लगती हैं, उस हिस्से में रक्त का तापमान कम हो जाता है। इसका परिणाम जोड़ों में अकड़ाहट और दर्द बढ़ जाता है। एक अन्य विशेषज्ञ के अनुसार दिल के आसपास रक्त प्रवाह सही बना रहे और गर्माहट ठीक रहे इससे अन्य अंगों में रक्त की आपूर्ति कम हो जाती है जिस कारण भी जोड़ों का दर्द बढ़ जाता है। जहां कहीं की भी त्वचा ठंडी होती है, वहां दर्द का प्रभाव अधिक होता है इस प्रकार के जोड़ों के दर्द को आर्थराइटिस कहते हैं। आर्थराइटिस के कई प्रकार हैं।



कैसे पता चलता है:-
जोड़ों में अधिक दर्द का रहना, जोड़ों में सूजन आना, जोड़ों में अकड़ाहट होना उन्हें घुुमाने में परेशानी महसूस करना, जोड़ों मेें भारीपन लगना आदि।


विटामिन डी की कमी भी बनता है कारण जोड़ों में दर्दों का:-
अगर हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी हो, तब भी जोड़ों का दर्द बढ़ता है। इसके लिए पहले रक्त में विटामिन डी की जांच करवाएं। फिर डाक्टर के परामर्श अनुसार विटामिन डी का सप्लीमेंट लें और धूप का सर्दियों में 3 माह तक सेवन करें। इन सबसे भी जोड़ों मंे और कमर दर्द में लाभ मिलता है।


क्या करें:-
- खूब पानी पिएं।
- ताजे फलों का जूस लें।
- हरी सब्जी पका कर खाएं। सलाद नियमित खाएं। सब्जियों को अच्छी तरह भिगोकर, रगड़कर, छिलका उतार कर प्रयोग में लाएं।
- अंडे की सफेदी, साबुत अनाज, मूंगफली, सोयाबीन, संतरे का सेवन करें।
- कम वसा दूध का सेवन करें। उसी दूध से दुग्ध पदार्थ बनाएं।
- दलिया, ओट्स, केला, मछली आदि का सेवन करें।
- विटामिन ए का सेवन सर्दियों में जोड़ों हेतु अच्छा होता है।
- लाल, पीली सब्जियों और फलों का सेवन करें।
- वजन नियंत्रण में रखें ताकि घुटनों पर शरीर का बोझ कम पड़े।
- शरीर को सक्रिय रखने हेतु व्यायाम अवश्य करें। व्यायाम से हड्डियां मजबूत होती हैं। व्यायाम करने से पूर्व स्ट्रेचिंग करंे ताकि सभी जोड़ खुल जाएं।


क्या न करें:-
- साफ्ट ड्रिंक्स, चाय, काफी, अल्कोहल, धूम्रपान और ड्रग्स का सेवन न करें।
- अधिक प्रोटीनयुक्त भोजन जोड़ों के दर्द को बढ़ाता है। इसका सेवन कम करे।
- रात्रि मंे दही, चावल का सेवन न करें।




नियमित योगासन भी पहुंचाते हैं लाभ जोड़ों के दर्द में:-
कारपोरेट कल्चर में शारीरिक सक्रियता कम होती जा रही है और काम का भार, तनावपूर्ण माहौल, आगे बढ़ने की ललक बढ़ती जा रही है। इसका परिणाम जोड़ों में ऐंठन और दर्द उन्हें वरदान में मिल रहा है। आफिस में काम के घंटे अधिक होने से और आफिस आने जाने के कारण समय का हमेशा इनके पास अभाव रहता है। न तो कारपोरेट जगत के लोग नियमित व्यायाम कर सकते हैं, न धूप का सेवन। योग गुरूओं का मानना है कि जोड़ों के दर्द से दूरी बनाने हेतु थोड़े आसन नियमित किए जाने चाहिए, प्राणायाम भी नियमित करने से, आफिस में थोड़ी स्ट्रेचिंग आदि करने से जोड़ों के दर्द से बचा जा सकता है। छुट्टी वाले दिन धूप का भी सेवन अवश्य करना चाहिए। इन सबके अतिरिक्त अपने खान-पान पर भी पूरा ध्यान रखना चाहिए।