परीक्षा के भय से बचिये


प्रायः देखने में आता है कि परीक्षा के नाम से ही मन में एक सिहरन सी दौड़ जाती है। इस ’एग्जाम फोबिया‘ यानी परीक्षा-भय से बचने के कुछ कारगर उपाय और अच्छे अंक पाने के टिप्स यहां दिये जा रहे हैं। इन्हें अपनाइये और अच्छे अंक पाइए:-



  • परीक्षा के भय से बचने का पहला कारगर उपाय है कड़ी मेहनत। परीक्षा आरंभ होने से पहले ही पाठ्यक्रम को एकाग्रचित होकर सम्पूर्ण रूप से जरूर पढ़ लें।

  • महत्त्वपूर्ण प्रश्नों के चयन से पूर्व गत वर्षों के प्रश्न पत्रों का टेंªड, अच्छी प्रकार देख लें। किसी भी प्रश्न या भाग को महत्त्वहीन मान कर छोड़ें नहीं।

  • अच्छा हो प्रश्नों के उत्तर रटने की बजाय समझने पर ध्यान दें। मौखिक याद करने की बजाय बिन्दुवार लिखकर उत्तरों पर चिंतन करें।

  • परिभाषाएं, उक्तियां, कथन, उदाहरण आदि ज्यों के त्यों ही लिखें। अपनी तरफ से हेर फेर ठीक नहीं रहता।

  • यथास्थान रेखाचित्र, मानचित्र, फ्लोचार्ट, ग्राफ, इत्यादि बनाने से परीक्षक पर सटीक व अच्छा प्रभाव पड़ता है।

  • सुन्दर व साफ सुथरा हस्तलेख परीक्षक को प्रभावित करता है। लिखने से पहले अच्छी तरह सोच लें। लिखकर बार-बार काटछांट करना समय की बर्बादी है और इससे अंक भी अच्छे नहीं आते।

  • उत्तर का विस्तार उसके अंक भाव एवं दी गई शब्द सीमा के अनुसार ही रखें। अनावश्यक विस्तार या संक्षेपण का प्रभाव नकारात्मक ही पड़ता है।

  • जो भी लिखें, सटीक, स्पष्ट एवं प्रश्न के अनुसार ही लिखें।




  • वस्तुनिष्ठ, तथ्यपरक एवं प्रमाणिक जानकारी तथा आंकड़े भी अच्छे अंक दिलाने में सहायक होते हैं।

  • भाषा के प्रश्नपत्र में शुद्ध वर्तनी, मात्राओं एवं शब्दों का चयन सावधानी से करना चाहिए। साथ ही साथ उत्तर की शैली व भाषा प्रवाह सरल व सहज हो किन्तु विषय सामग्री स्तरानुकूल होनी चाहिए।

  • परीक्षा देते हुए सबसे महत्त्वपूर्ण घटक है समय। समय का पूरा ध्यान रखें। प्रश्न संख्या के अनुसार समय विभाजन जरूर कर लें।

  • समय विभाजन करते समय अंक भार का ध्यान रखें। अधिक अंकों वाले प्रश्नों हेतु पर्याप्त समय दें। आपसी बातचीत और पूछने या बताने में समय न गवाएं।

  • यदि प्रश्नपत्र तीन घण्टे का है तो समस्त प्रश्न अधिक से अधिक 2 घण्टे 50 मिनट में कर लें। 10 मिनट में पुनरावलोकन, अशुद्धि निवारण एवं उत्तर पुस्तिका व्यवस्थापन तथा निरीक्षक को सौंपने का कार्य करें।

  • उत्तर पुस्तिका कक्ष-निरीक्षक को सौंपने से पूर्व उत्तर पुस्तिका, मानचित्र, ग्राफ आदि मुख्य उत्तर पुस्तिका के साथ अच्छी प्रकार बांध लेे।

  • यदि स्याही या पेन बदलना है तो उस स्थान पर केन्द्र व्यवस्थापक की मुहर भी लगवा लें।

  • उत्तर के मुख्य अंश को ’हाईलाईट‘ करने के लिए उसे रेखांकित कर सकते हैं।



और अंत में, परीक्षा वैतरणी पार करने का सबसे अचूक नुस्खा यह रामबाण औषधि है आत्मविश्वास। परीक्षा कक्ष में पूर्ण आत्मविश्वास के साथ प्रवेश करें। प्रश्नपत्र पढ़कर घबराएं नहीं। निराश न हों। आत्म विश्वासपूर्वक प्रश्नों के उत्तर लिखें और यह आत्म विश्वास मिलता है कड़ी मेहनत व निरन्तर अध्ययन से।



  • नकल करने या करवाने का अपराध कदापि न करें। यह अपराध तो है ही, भविष्य भी चैपट कर सकता है।

  • तो आत्म विश्वास, नियमित अध्ययन, कठोर परिश्रम और इन ’टिप्स‘ की मदद से जरूर परीक्षा में अच्छे अंक पा सकते हैं आप।