नंगे पैर चलना स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक है


कहा जाता है कि पुराने जमाने के लोगों को बिना जूते-चप्पलों के पैदल चलना बहुत पसंद था पर अब यह बात बहुत ही कम देखने को ही मिलती है क्योंकि समय बीतने के साथ-साथ आजकल सख्त सड़कों पर बगैर जूते-चप्पलों के चलना लगभग असंभव सा हो गया है मगर गांव के कुछ लोग आज भी नंगे पैर पैदल चलना कतई नहीं भूलते। वे इस विषय में कहते हंै कि हम सभी अक्सर पैर में गंदगी या चोट न लगे, इससे बचने हेतु ही जूते-चप्पलें पहनते हंै परंतु यदि हम घास के मैदान या साफ जमीन पर चलते हैं तो शायद इसकी बिलकुल भी आवश्यकता नहीं होती है बल्कि इसके अनेक स्वास्थ्यवर्धक फायदे होते हैं, तो चलिए जानते हैं, इन्हीं फायदों के बारे में:-


सर्वप्रथम, हम पूरे दिन कालेज अथवा आफिस में अपने पैर जूते या चप्पलों में पैक रखते हैं तो पैर बदबू देने लगते हंै, साथ ही थकावट भी होने लगती है। वहीं जब नंगे पैर पैदल होकर चलते हैं तो खुली हवा के संपर्क में आने के कारण पैरों को भरपूर मात्रा में आक्सीजन मिलती है। इससे रक्त संचार बेहतर होता है और दिनभर की थकान एवं दर्द भी छूमंतर हो जाता है।




चंद दिनों पहले हुई एक शोध बताते हैं कि लगातार नंगे पैर चलने से शरीर को एक्यूप्रेशर थेरेपी मिलती है और शरीर लंबे समय तक स्वस्थ बना रहता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक नंगे पैर रहने से वे सभी मांसपेशियां सुचारू रूप से कार्य करने लगती हैं जो जूते-चप्पल पहनने के दौरान नहीं चल पाती हैं। दूसरे शब्दों में हम कहें तो इससे समस्त शारीरिक भाग सक्रिय हो जाते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स की बात करें तो वे कहते हैं कि अगर आप सप्ताह में तीन दिन चालीस मिनट प्रातःकालीन समय नंगे पैर पार्क में हरी-हरी घास पर चहलकदमी करते हैं तो इससे आपका दिमाग काफी तेज गति से कार्य करने लगता है जबकि इस बारे में अधिकांश चिकित्सकों  का यह मानना है कि नंगे पांव चलने से तनाव, हाईपरटेंशन, जोड़ों में दर्द, अनिद्रा, दिल संबंधी समस्या, आर्थराइटिस, अस्थमा, आस्टियोपोरोसिस जैसी कई समस्याओं का  निदान होता है और इसके साथ ही रोगप्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।



सावधानी:-
ऐसे व्यक्ति नंगे पैर पैदल कतई न चलंे जोकि डायबिटीज, आर्थराइटिस, पेरिफेरल वसकुलर डिजीज आदि के मरीज हंै क्योंकि इससे उनकी बीमारी के बढ़ने की आशंका अधिक होती है। इसलिए ये सभी लोग ऐसा करने से पूर्व अपने डाक्टर की नेक सलाह लेना बिलकुल भी न भूलें।