जरूरी है शरीर की डिटॉक्सिफिकेशन


शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना ही शरीर की शुद्धि क्रिया या डिटाॅक्स करना है। यह कैेसे पता चलता है कि अब शरीर को डिटाॅक्स करने की जरूरत है ? जब हम बिना किसी कारण सुस्ती महसूस करते हैं, खाना ठीक से नहीं पचता, पेट भरा भरा सा महसूस होता है, तब शरीर डिटाॅक्स मांगता है। अगर फिर भी सावधान नहीं होंगे तो वही विषैले तत्व आपके शरीर को बीमार कर देंगे। बेहतर है आप अपना बचाव करें, स्वयं को निरोगी बनाएं और समय समय पर शरीर को शुद्ध करते रहें। अंदरूनी शुद्धि से हम निरोगी और संुदर रह सकते हैं।

पानी खूब पिएं:-
शरीर की अंदरूनी  शुद्धि के लिए पानी का अधिक सेवन सबसे अच्छा तरीका है। दिन भर में 10 से 12 गिलास पानी पिएं। ऐसा करने से शरीर में मौजूद विषैले तत्व मूत्रा और पसीने द्वारा बाहर निकल जाते हैं और पेट साफ हो जाता है। दिन में एक बार एक गिलास नींबू पानी पिएं क्योंकि नींबू पानी एक उत्तम डिटाॅक्स माना जाता है। नींबू के सेवन से शरीर में क्षार की मात्रा बढ़ती है जो शरीर की सफाई के लिए ठीक है।

फलों और सब्जियों का अधिक सेवन:-
अपनी नियमित डाइट में फल और सब्जियों को शामिल करें। ऐसा करने से लिवर एंजाइम सक्रिय होते हैं जिससे शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकलने में मदद मिलती है। अधिक सब्जियों और फलों के सेवन से शरीर को प्रचुर मात्रा में फाइबर भी मिलता है, वजन कंट्रोल में रहता है और हम हैल्दी बने रहते हैं।

व्यायाम और ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें:-
नियमित रूप से 45 मिनट का व्यायाम हमारी बाॅडी को डिटाॅक्स करने में मदद करता है। व्यायाम भी अच्छा माध्यम है बाॅडी को शुद्ध करने का। व्यायाम करने से शरीर के साथ-साथ दिमाग भी तंदुरूस्त रहता है। अपने दिन की शुरूआत वाकिंग, रनिंग, ब्रिस्क वाक या साइकलिंग से कर सकते हैं। लंबे गहरे सांसों के अभ्यास से शरीर में आक्सीजन का संचार सुचारू रहता है। नियमित रूप से डीप ब्रीदिंग का अभ्यास कर स्वयं को तंदुरूस्त रखें।




तले हुए खाद्य पदार्थों को कहें बाॅय:-
तला हुआ मसालेदार खाना सभी को स्वादिष्ट लगता है पर सेहत के लिए यह ठीक नहीं। अगर आप तंदुरूस्त रहना चाहते हैं और शरीर में विषैले तत्वों से मुक्ति चाहते हैं तो तले-भुने खाद्य पदार्थों का सेवन न करें।

चीनी का सेवन कम से कम करें:-
चीनी का अधिक सेवन शरीर के लिए जहर समान होता है। अगर आप जहर को बाहर निकालना चाहते हैं तो चीनी-शक्कर का सेवन कम से कम करें। चीनी कम  खाने से हमारा मेटाबालिज्म बढ़ता है और विषैले तत्वों को बाहर निकलने में मदद मिलती है।

हर्बल टी का सेवन करें:-
हर्बल टी का सेवन रक्त संचार को बढ़ाता है जिससे शरीर के विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं। ज्यादा चाय-काफी का सेवन शरीर को नुकसान पहुंचाता है। हर्बल टी पाचन तंत्रा की समस्याओं से निजात दिलाती है। दिन में दो कप हर्बल टी का सेवन कर सकते हैं।

नींद पूरी लें और खुश रहें:-
8 घंटे की नींद शरीर को आलस्य और सुस्ती से दूर रखती है, इसलिए रात्रि को समय पर सोकर प्रातः समय पर उठें। इससे शरीर चुस्त रहेगा। खुश रहने का प्रयास भी करें क्योंकि मन का प्रभाव हमारे तन पर भी पड़ता है। निगेटिव लोगों से दूर रहें, सकारात्मक और क्रियाशील बने रहें। खुशमिजाज, पाॅजिटिव लोगों का साथ शरीर में फील गुड हार्मोन्स को सक्रिय करता है, इसलिए खुश रहें।

मालिश करें:-
मालिश शरीर में रक्त संचार को बढ़ाती है। इससे विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं। नियमित मसाज थेरेपी अपनाकर आप अपने आप को डिटाॅक्स कर सकते हैं।