आप भी रह सकती हैं चुस्त उन दिनों में


महिलाओं के लिए माहवारी एक प्राकृतिक देन है। माहवारी के दिनों में महिलाएं अपने आप को सुस्त और ढीला महसूस करती हंै। सिर्फ इन दिनों में ही नहीं बल्कि 4-5 दिन पूर्व ही उन्हें आभास होने लगता है और वे सुस्त-सुस्त रहने लगती हैं। स्वभाव भी चिड़चिड़ा हो जाता है। हार्मोन्स की तब्दीली के कारण ही ऐसा होता है।


कई महिलाओं को इन दिनों में बहुत जोर से पेट, पेडूं, कमर, टांगों में दर्द होता है और कई महिलाओं को उलटी आने की इच्छा या सिरदर्द होता है। सभी महिलाओं में इसके लक्षण अलग-अलग होते हैं। माहवारी के दिनों में आप भी रोजमर्रा की तरह प्रसन्न रह सकती हैं, अपने काम पर जा सकती हैं और रसोई तथा परिवार को अच्छी तरह संभाल सकती हैं। ध्यान दें कुछ विशेष टिप्स पर:-



  • माहवारी के दिनों में लगातार खड़े होकर काम न करें। जब भी थकान महसूस करें, थोड़ा आराम कर लें।

  • इन दिनांे अधिक तनाव न पालें, न ही अधिक भागदौड़ करें।

  • यदि आप खेलों में रूचि रखती हैं तो खेलना बंद न करें। खेलने जाएं पर थोड़ा समय खेलें। इन दिनों सुस्त बैठे रहने से और अधिक सुस्त बनेंगी और तनावग्रस्त भी, इसलिए थोड़ा व्यायाम अवश्य करें ताकि तनाव कम हो।

  • घर के सदस्यों से अपनी समस्या को छिपाएं नहीं बल्कि इस बाबत उन्हें जानकारी दंे ताकि वे आपको सहयोग दे सकें। माहवारी के दिनों में दिन में दो बार पैंटी बदलें। वैसे गंदी होते ही दूसरी पैंटी बदल लें। ध्यान दें कि पैंटी हमेशा सूती ही पहनें। पैंटी को साथ साथ ही धो दें ताकि कोई दाग उस पर न रहे। बाद में डेटाॅल कीटाणुनाशक पानी में डालकर कुछ समय उन्हें भीगने दें।

  • इन दिनों अपने भोजन पर विशेष ध्यान दें। पौष्टिक आहार में फल, सलाद, अंकुरित दालें, हरी सब्जियां आदि लें। स्वयं को स्वस्थ रखने के लिए पौष्टिक भोजन का सेवन जरूरी है।




  • अधिक दर्द होने पर थोड़ा आराम कर लें और गर्म पानी की बोतल का सेंक करें।

  • अपनी मर्जी से दर्दनाशक दवा का सेवन न करें। अधिक दर्द रहने पर डाॅक्टर से परामर्श लें। अनियमित माहवारी आने पर, स्राव बहुत अधिक होने पर या बहुत कम होने पर या अन्य कोई असामान्य लक्षण होने पर तुरंत महिला रोग विशेषज्ञ से सम्पर्क करें।

  • माहवारी के दिनों में अपनी साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें। स्नान अवश्य करें और वस्त्र भी बदलें। अपने जननांगों की सफाई अच्छी तरह करें ताकि संक्रमण होने का कोई खतरा न रहे।

  • अच्छी कंपनी के सेनिटरी नेपकिन का उपयोग करें। आवश्यकतानुसार बदलें। घर के पुराने वस्त्रों का यदि प्रयोग कर रही हैं तो उन्हें अच्छी तरह धोकर, सुखाकर प्रयोग में लाएं। यदि आप कामकाजी महिला हैं तो अतिरिक्त नेपकिन पर्स में रखें। माहवारी की तिथि से तीन-चार दिन पूर्व ही नेपकिन पर्स में रखें ताकि परेशानी का सामना न उठाना पड़ें।

  • इन दिनों अपना आत्मविश्वास बनाए रखें क्योंकि यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जो हर महिला के जीवन का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा है। किसी प्रकार की हीन भावना मन में न पालें।