आप भी हो सकते हैं साक्षात्कार में सफल



कैरियर निर्माण में दो प्रकार की परीक्षाओं का सामना करना पड़ता है जिन्हें लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार के नामों से जाना जाता है। लिखित परीक्षा एक निश्चित पाठ्यक्रम के आधार पर दी जाती है जबकि साक्षात्कार का कोई एक दायरा नहीं होता। साक्षात्कार के लिए तभी बुलाया जाता है जब कोई प्रतियोगी लिखित परीक्षा उत्तीर्ण कर लेता है।


पदों की संख्या के आधार पर विज्ञापित पदों से 2-3 गुना या अधिक परीक्षार्थी साक्षात्कार के लिए बुलाए जाते हैं तथा लिखित एवं साक्षात्कार के प्राप्त अंकों के योग के आधार पर प्रतियोगियों का चयन होता है। इस तरह लिखित परीक्षा के साथ-साथ अच्छी तैयारी के साथ ही साक्षात्कार में सम्मिलित होना महत्त्वपूर्ण होता है। कुछ महत्त्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखकर तैयारी की जाए तो साक्षात्कार में काफी हद तक सफलता संभव होती है।




  • िसाक्षात्कार में सम्मिलित होने से पूर्व प्रतियोगी को राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय एवं राज्यस्तरीय स्तर पर सामयिक तथा समसामयिक घटनाओं का विस्तृत अध्ययन कर लेना चाहिए जिसमें मुख्य रूप से राजनैतिक तथा आर्थिक मुद्दों पर लगभग प्रत्येक साक्षात्कार में सामान्य अध्ययन के अन्तर्गत प्रश्न पूछे जाते हैं।

  • स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं में लिये गये विषयों में से महत्त्वपूर्ण पाठ्यक्रमों का विस्तृत अध्ययन अवश्य ही कर लेना चाहिए। साक्षात्कार लेने वाले पदाधिकारी इससे आपकी शैक्षणिक योग्यता के ज्ञान की गहराई से जांच कर सकते हैं

  • साक्षात्कार देने जाते समय अपने सभी मूल प्रमाण-पत्र तथा अन्य खेल, एन.सी.सी., एन.एस.एस. आदि का प्रमाण-पत्र अवश्य ही साथ में रख लेने चाहिए। बुलावा पत्र में और कोई जानकारी मांगी गयी हो तो उसे भी पूरा करके साथ में रख लेना चाहिए।

  • साक्षात्कार स्थान पर निर्धारित समय से कम से कम तीस मिनट पहले पहुंच जाना चाहिए। इससे आप समय पर साक्षात्कार के लिए बुलाये जाने पर अन्दर जा सकते हैं तथा अन्य प्रतियोगियों से भी कुछ जानने का अवसर मिल सकता है।

  • आपके कपडे़ स्वच्छ तथा आयरन किये होने चाहिए। कपड़े न तो ढीले हों और न ही अधिक चुस्त। समय के अनुरूप सादे तथा व्यक्तित्व को निखारने वाले वस्त्रों का होना परमावश्यक होता है।

  • बाल ठीक से संवरे होने चाहिए। दाढ़ी बढ़ी नहीं रहनी चाहिए। जूते पालिश किये होने चाहिए। चप्पल पहनकर साक्षात्कार में नहीं जाना चाहिए।

  • साक्षात्कार कक्ष में प्रवेश करने से पहले अनुमति लेकर ही अन्दर प्रवेश करना चाहिए। अनुमति मिलने पर ही कमरे में प्रवेश करें तथा बैठे हुए सभी व्यक्तियों को एक साथ अभिवादन करें। जब तक बैठने को कहा न जाए, न बैठें। बैठने के बाद ’धन्यवाद‘ अवश्य कहें।

  • साक्षात्कार देते समय बिल्कुल सीधा बैठना चाहिए। नीचे सिर झुकाकर न बैठें। अगल-बगल न देखें। इस अवधि में कान या सिर खुजलाना, फर्श पर जूता मारना आदि अभद्रता मानी जाएगी।

  • प्रश्नों के उत्तर देते समय न तो ज्यादा तेज बोलना चाहिए और न ही बहुत धीमा। सामान्य आवाज में संयत होकर ही बोलना चाहिए। आप उत्तर न तो जल्दबाजी में दें और न ही चेहरे पर किसी प्रकार की निराशा ही लायें। चेहरे पर सामान्य भाव ही रखने चाहिए।

  • जिस समय आपसे प्रश्न पूछा जा रहा हो, आप प्रश्न को ध्यान से सुनें और अगर प्रश्न समझ में न आये तो विनम्रता से प्रश्न को दुहराने का आग्रह करें। उत्तर संक्षिप्त, तर्कपूर्ण एवं प्रश्नानुसार ही दें। प्रश्न से संबंधित बहस नहीं करनी चाहिए।

  • अगर प्रश्न का उत्तर नहीं आता है तो गलत उत्तर या बहकाने का प्रयत्न नहीं करना चाहिए। स्पष्ट शब्दों में ’क्षमा कीजिए, इस प्रश्न का उत्तर मैं नहीं दे सकता‘ कह सकते हंै। अगर आपके उत्तर पर साक्षात्कार समूह हंसता है तो आप उनके साथ मत हंसिए।

  • प्रश्नों के उत्तर पूरे आत्मविश्वास के साथ दें तथा आशावादी दृष्टिकोण लेकर जायें कि आपका चयन हो ही जाएगा। साक्षात्कार के समाप्त होने पर कक्ष से बाहर निकलते समय धन्यवाद कहना न भूलें।


उपरोक्त बातों का ध्यान रखकर साक्षात्कार में जाने पर आपका चयन अवश्य हो सकता है।