यदि आप हों 'स्टॉकिंग' की शिकार

यदि आप हों 'स्टॉकिंग' की शिकार



आज प्रतिस्पर्धा एवं योग्यता की होड़ में आॅफिस में जहां कामकाज की कार्यप्रणाली के दौरान आपसी मतभेद परेशानी पैदा करते हैं, वहीं आॅफिस से घर आते समय, यात्रा करने के दौरान, स्कूल-काॅलेज आते-जाते या अन्य ऐसी ही जगहों पर एक और परेशानी आपका पीछा कर सकती है कि ’कहीं‘ कोई आपकी दिनचर्या पर नजर रखकर आपको परेशान तो नहीं कर रहा है।‘


यह भी संभव है कि कोई परेशान करने के लिए आपको निरंतर ब्लैंक काॅल करता हो। इसके अलावा आपको किसी अन्य तरकीब से भी मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा हो।


यदि आप ऐसा कुछ भी अपने आसपास महसूस करते हैं तो इसका मतलब है कि आप स्टाॅकिंग के शिकार हैं। छोटे शहरों एवं भागदौड़ की जिंदगी बिताने वाले महानगरों में आजकल बदलती जीवनशैली की वजह से ’स्टाॅकिंग‘ यानी ’किसी व्यक्ति का छिपकर पीछा करने की आदत तेजी से बढ़ रही है। ऐसे पीछा करने वाले स्वयं को आपका या मनचाहे व्यक्ति का शुभचिंतक मानते हैं और अपनी बात मनवाने के लिए ही पीछा करते हैं।


हालांकि ’स्टाॅकिंग‘ की शिकार ज्यादातर लड़कियां ही होती हैं मगर लड़के भी इससे अछूते नहीं हैं। इस प्रवृत्ति में पीछा करने वाले को ’स्टाॅकर‘ कहा जाता है। महत्त्वपूर्ण तथ्य यह है कि स्टाॅकर अपरिचित ही नहीं बल्कि जाने-पहचाने लोग भी होते हैं। आपके साथ ही आपके आॅफिस में कार्य करने वाला खास मित्र भी अपनी बात मनवाने के लिए आपका चोरी-चोरी पीछा करके आपको ब्लैंक काॅल्स से परेशान कर सकता है।


यह कहना गलत न होगा कि स्टाॅकर को तलाशना आसान नहीं है पर शिकार होने की स्थिति में आप आसपास और साथ में काम करने वालों या उठने-बैठने वालों के व्यवहार को देखकर जरूर पता कर सकते हैं। इसी नजरिए के आधार पर स्टाॅकर्स को यूं देखा जा सकता है।



पुराने दोस्त:-
ये वे लोग होते हैं जो वर्षों पहले आपकी जिंदगी में खास रह चुके होते हैं। इनमें कोई करीबी रिश्तेदार, दोस्त और प्रेमी भी शामिल हो सकते हैं। ऐसे लोगों का भले ही आपसे अब रिश्ता न रहा हो मगर ये अपनी ओर से खुद को हमेशा आपसे जोड़े रखते हैं। ऐसे स्टाॅकर कभी-कभी बड़ा नुकसान भी कर सकते हैं क्योंकि इनको आपको बारे में सब कुछ मालूम होता है।


हठी प्रवृत्ति वाले:-
ऐसे लोगों की सोच इसी बात पर चलती है कि ’वे जो चाहते हैं, उसे पा लेतेे हैं यानी आप पर उनका पूरा अधिकार है। आप इनको किसी काम के लिए या किसी बात के लिए जितना ज्यादा मना करें, वे उस तरफ उतना ही ज्यादा बढ़ते हैं। इन्हें खुद पर आवश्यकता से अधिक भरोसा होता है।


आवारा किस्म के:-
इस तरह के स्टाॅकर्स यानी पीछा करने वालों का मूलमंत्र चाहे गए या विशेष रूप से लड़कियों एवं महिलाओं को अपनी तरफ आकर्षित करना होता है। इनके लिए वास्तविक रूप से प्रेम का कोई अर्थ नहीं होता। ये घूमने-फिरने और मौज-मस्ती में ज्यादा यकीन रखते हैं।


बदला लेने वाले:-
जिस प्रकार ताकत ही कमजोरी बन जाती है, वैसे ही प्रेम में ठुकराए या किसी दूसरे कारण से असफल हो चुके प्रेमी या मंगेतर भी बदला लेने के लिए अक्सर पीछा करते हैं। इनकी नाकामयाबी इन्हें चाहे गए व्यक्ति से बदला लेने और उसका बुरा करने के लिए उकसाती है। ये हमेशा परेशान करने का मौका खोजते रहते हैं। कभी-कभी इनके प्रतिशोध का तरीका बहुत खतरनाक भी होता है।


डराने वाले:-
ऐसे पीछे-पीछे आने वाले स्टाॅकर्स विशेष रूप से लड़कियों के मामले में बड़े गंभीर एवं खतरनाक होते हैं। इनका मुख्य लक्ष्य होता है, सामने वाले को डराकर अपना गलत-सही काम निकलवाना। डराने की यह कोशिश इन्हें अपराधी भी बना देती है क्योंकि कई स्टाॅकर्स तो अपना काम कराने के लिए अपराधियों का ही सहारा लेते हैं।


क्या करें?
परिचित है तो:- अगर आपकी हरकतों एवं दिनचर्या पर नजर रखने वाले को आप जानते हैं तो उसे ऐसा न करने को कहें। अगर एक-दो बार समझाने पर नहीं मानें तो पुलिस की मदद जरूर लें।


अपरिचित है तो:-


पीछा करने वाले से आपकी कोई जान-पहचान नहीं है तो यह एक अपराध है। इस स्थिति में आप स्टाॅकर से पीछा छुड़ाने के लिए पुलिस में अवश्य शिकायत करें। संभव हो तो पुलिस को सिविल डेªस में अपने आसपास ही रखें तथा स्टाॅकर से बात करें कि वह आपको क्यों परेशान कर रहा है। अकेले ऐसा जोखिम न लें।


कैसे बचें?



  • किसी भी तरह का स्टाॅकर आपको सामने या फोन पर प्रताड़ित करे तो भी स्वयं को निराश न करें। शांति से हालात का सामना करें।

  • कैसी भी स्थिति हो, उसके लिए खुद को जिम्मेदार न मानें। जो होना है, वह होकर ही रहता है।

  • अकेलेपन की स्थिति से खुद को उबारने के लिए घरवालों की मदद लें। उन्हें पीछा करने वाले की जानकारी देते रहें ताकि मुसीबत होने पर सहायता ली जा सके।

  • स्टाॅकर कोई भी हो, उसके सामने कमजोर न दिखें वरना स्टाकिंग और भी बढ़ सकती हैं।

  • जब पूरा यकीन हो कि कोई निश्चित ही आपका पीछा करता है तो भाई, मित्र या पिता को कुछ दिनों तक साथ ले जाएं। कुछ ही दिनों में स्टाॅकर आपका पीछा करना छोड़ देगा।