स्वस्थ, सुंदर बाल


स्वस्थ, सुंदर बाल सौंदर्य को चैगुना कर देते हैं। उन्हें आकर्षक बनाए रखने के लिए उनकी अच्छी तरह देखभाल जरूरी है। थोड़ी-सी मेहनत और सावधानी बरतने से बिना विशेष खर्च के ही इस प्राकृतिक संपदा की देखभाल की जा सकती है।


बालों की एक विशेष आयु होती है और अपनी आयु पूरी होने पर ये अपने आप गिर जाते हैं और उस स्थान पर नये बाल जन्म लेते हैं। सामान्य बालों की आयु दो से छः वर्ष तक होती है और ये लगभग आधा इंच प्रति माह की दर से बढ़ते हैं।


प्रकृति ने मनुष्य के बालों की जड़ों में ’हेयर-टानिक‘ छिपा रखा है। यह एक विशेष प्रकार की चिकनाई है जो सिर की ग्रंथियां लगातार बालों की जड़ों में छोड़ती रहती हैं। इस चिकनाई से बालों में चमक और कोमलता आती है। लापरवाही व अज्ञानता के कारण प्रायः स्त्रिायां इस प्राकृतिक चिकनाई से लाभ उठाने में असमर्थ रहती हंै और यह बालों की जड़ों में ही खुश्क होकर रह जाती हैं। बालों की जड़ में पैदा होनी वाली इस चिकनाई को पूरे बालों तक पहुंचाने के लिए ब्रश का उपयोग करना चाहिए।



बालों के स्वास्थ्य एवं सौंदर्य के लिए ब्रश बहुत लाभदायक होता है। ब्रश करने से त्वचा में रक्त-संचार बढ़ता है, साथ ही बालों में छिपी धूल, मिट्टी, मैल आदि के कण साफ होते हैं। गर्दन से लेकर बालों की नोक तक अच्छी तरह से ब्रश करें। सामान्य और घने बालों में हल्के हाथांे से नित्य ब्रश कीजिए। यदि बाल अधिक चिकने हों तो चिकनाहट सामान्य बनाए रखने के लिए धीरे-धीरे ब्रश करें। बारीक, नरम और कमजोर बालों में धीरे-धीरे ब्रश करना चाहिए ताकि बाल टूटने न लगें।


यदि बाल अधिक चिकने हों तो चिकनाई कम करने के लिए ब्रश के दांतों की पंक्तियों के बीच रूई भर लेनी चाहिए। गीले बालों में ब्रश का इस्तेमाल कदापि न करें बल्कि खुले दांतों वाली कंघी का प्रयोग करें या ब्रश करने से पहले कंघी से बाल सुलझा लें। बालों को दिन भर में कम से तीन-चार बार बु्रश या कंघी से अवश्य संवारना चाहिए।


बालों की सबसे बड़ी दुश्मन है रूसी जो बालों को जड़ से कमजोर बना कर गिरा देती है। रूसी छूत का रोग है और सिर की चमड़ी पर पपड़ी बनकर जम जाती है। इसके लिए एक घरेलू उपचार इस प्रकार है। रात सोने से पहले छह चम्मच साफ जल में दो चम्मच शुद्ध सिरका मिलाकर रूई द्वारा सिर की त्वचा पर मलें और अगली सुबह शैंपू द्वारा सिर धो लें। इस क्रिया को सप्ताह में एक बार लगातार तीन महीने तक दुहराना चाहिए। शैंपू के बाद गीले बालों में दो लिटर पानी में एक चम्मच सिरका मिला कर उस पानी से बालों को निथार लें। रूसी बिलकुल गायब हो जाएगी।



बालों को भाप स्नान करवाने से भी ये स्वस्थ रहते हैं। बादाम-रोगन से मालिश करने के बाद बालों पर भाप लेने के लिए खोलते पानी में तौलिया भिगोकर निचोड़ लें और तुरंत बालों पर पगड़ी की भांति बांध लें। तौलिया ठंडा होने पर इस क्रिया को दो-तीन बार दुहरायंे। इससे बाल में की जड़ों में तेल रच जाता है।


सप्ताह में एक बार सिर में मेंहदी लगाने से सिर को तरावट मिलती है। बालों को अंडे क शैंपू से धोने से बालों की खुश्की दूर होती है। एक लिटर लाइम-वाटर में इस्तेमाल की हुई सूखी चाय की पत्ती उबालकर घोल ठंडा कर लें, फिर शैंपू द्वारा सिर धोने के बाद इस्तेमाल करें। इससे बाल स्वस्थ और चमकीले हो जाते हैं।