गाजर खूब.....

गाजर खूब खायें



चिकित्सा जगत ने तो गाजर को पूर्ण रूप से अपनाया है। कमजोर होने की स्थिति में अधिकतर चिकित्सक हरी रेशेदार सब्जियों के अतिरिक्त गाजर के सेवन की भी सलाह देते हैं, चूंकि रेशेदार सब्जियों के सेवन से पेट पूरी तरह साफ रहता है और रक्त संचार का माध्यम सरल हो जाता है।
इन गुणों के अतिरिक्त खुश्क व रूखेपन को रोक पाने में गाजर अहम् भूमिका निभाती है इसलिए गाजर को प्राथमिकता दी जाती है। गाजर से संबंधित


कुछ घरेलू उपयोग की बातें सरलता से निम्न रूप में समझी जा सकती हंै।
स दिमाग में कमजोरी आने पर 125 ग्राम गाजर के रस में 7 दाने बादाम गिरी को घिसकर उसमें 1/2कि॰ गाय के दूध से नित्य प्रातः सेवन किया जाये तो कमजोर दिमाग में पुष्टता अतिशीघ्र आ जाती है।




  • बलगमी खांसी आने पर गाजर के 100 ग्रा॰ रस में हिसाब से इच्छानुसार सफेद मिश्री, मिलाकर पकायें और जब चटनी की तरह बन जाये तो इस चटनी में थोड़ा सा काली मिर्च का बारीक चूर्ण मिलाकर सुबह शाम 1-1 चम्मच चाटें। बलगम आसानी से निकल जाता है और खांसी से आराम मिलता है।

  • पेट के कीड़ों के लिए 1/2 कि॰ गाजर के रस को निकालें और नित्य प्रति इसका इसी मात्रा में सेवन करें। पेट के कीड़े आसानी से नष्ट होकर पेट साफ हो जाएगा।

  • जिन बच्चों की कमजोरी का कारण मालूम न हो सके, उन्हें गाजर का रस 1 या 2 चम्मच नित्यप्रति दो बार पिलायें। आप देखेंगे कुछ ही दिनों में बच्चा स्वस्थ नजर आने लगेगा। स्वस्थ बच्चों को भी गाजर का रस पिलाना चाहिए। इससे बच्चों का विकास पूर्ण होता है।

  • मासिक धर्म में कठिनाई होने पर गाजर के 15 ग्राम॰ बीज को कूट लें और 1/2 कि॰ साफ पानी में उबाल कर छान लें। इसमें 50 ग्राम शक्कर मिलाकर मासिक धर्म के दिनों में सेवन करें। इससे इन दिनों में कठिनाई नहीं होती और शरीर में फुर्ती बनी रहती है।

  • इसी तरह यदि कच्ची गाजर का 75 ग्राम रस नित्यप्रति सेवन किया जाये तो मसूड़ों और दांतों के रोगों में कमी आती है। खून साफ रहता है तथा फोड़े-फुन्सी नहीं होते।

  • वास्तव में गाजर एक ऐसा घरेलू सब्जी फल है जिसका उपयोग कच्ची व पक्की दोनों अवस्थाओं में सरलता से किया जा सकता है। इसका सेवन व्रत के समय में वर्जित नहीं होता। गाजर को हर उम्र के लोग आसानी से खाकर पचा पाने में सक्षम होते हैं। गाजर के सेवन से दिल-दिमाग को पौष्टिकता प्रदान होती है, हड्डियों को बल मिलता है और स्वास्थ्य में उन्नति होती है।