सपना था जो किया पूरा : डॉ. ऋतु मल्होत्रा

सपना था जो किया पूरा : डॉ. ऋतु मल्होत्रा



एक साक्षात्कार के दौरान डाॅ. ऋतु मल्होत्रा ने अपने बारे में बताया कि काफ़ी प्रसन्नता हो रही है डा.ऋतु मल्होत्रा, दिल्ली में पली-बड़ी, शुरुवाती पढ़ाई दिल्ली से हुई अर्थशास्त्र में स्नातक एवं अर्थशास्त्र में ही एम.ए की परीक्षा उतीर्ण करने के बाद हिंदी भाषा में भी एम.ए करने का सपना पूरा किया बीएड करने के बाद एम.सी.ए भी किया तत्पश्चात भारत सरकार के नवरत्न उपकरण गेल में बकायदा अनुवादक के पद पर तीन वर्ष कार्य करने के पश्चात सोचा मुझे शिक्षा के क्षेत्र में जाना है वहाँ से अगला सफर शुरू हुआ अनेक विद्यालयो में बतौर अर्थशास्त्र शिक्षक पद पर कार्य किया। डीएवी में कार्य करते हुए वहाँ के प्रिन्सिपल ने कहा तुम प्री-एजुकेश में बहुत अच्छा करोगी, बस फिर क्या था कर डाली एनटीटी, एजुकेशन ईसीई
उसके बाद पति के व्यापार में साथ दिया।






दिल्ली एवं भारत के कोने-कोने के स्कूल के लिये फर्नीचर एवं अन्य सामान बनाया। सीओ का नाम है एस. स्ट्रोबरी स्टोप का आज एक जाना माना नाम है। दिल्ली ही नहीं भारत के स्कूल्स में स्ट्रेबरी स्टोप का नाम है। यहां हम रोल पे, बोर्डर, पज्जल मंे और ब्लोक्स कि मैन्यूफक्चरी करते हैं विदेश से भी आयत किया जाता है। अन्य सुविधाओं में प्री-स्कूल खौलने में लोगों की मदद करना ट्रेनिंग देना आदि भी किया। अपने स्ट्रोबरी किड्स ब्रांड से सेंटर खौले जिसका मुख्य कार्यालय जनकपुरी दिल्ली में है आज यदि कोई भी अपने बजट मे प्री-स्कूल खोलना चहता है तो उसका सपना सच करना मेरा वादा है। पूरे भारत में स्ट्रोबरी नेट वर्किंग के 45 स्कूल हैं जिसकी चेयरमैन मैं हूँ । एक अन्य सीओ की भी डायरेक्टर हूँ लर्निंग सर्कल स्ट्रोबरी किड्स बतौर एनजीओ में भी काम कर रही है। अंत में बस इतना आओ अपना प्री स्कूल खौले और अगर स्कूल है तो अपनी पसंद का समान लें। अधिक जानकारी के लिये काॅल करें 9811059403 और अब सपना था पीएचडी चाइल्ड एजुकेशन वो भी पूरा किया।