दर्द निवारक गोलियां सोच-समझकर लें

दर्द निवारक गोलियां
सोच-समझकर लें



आए दिन प्रत्येक आदमी को सिर दर्द, कमर दर्द, पेट दर्द, दांत दर्द आदि के रूप में दर्द का सामना करना ही पड़ता है। दर्द से बेचैन व्यक्ति इससे छुटकारा पाने के लिए बिना-सोचे समझे दर्द निवारक गोलियां लेता ही रहता है लेकिन बिना डाॅक्टर की सलाह के ली गई ये दर्द निवारक गोलियां तत्काल दर्द से छुटकारा तो जरूर दिला देती हैं लेकिन इनका लगातार अंधाधुंध सेवन शरीर को नुकसान भी पहुंचाता है।


इनके अत्यधिक सेवन से किडनी और लिवर को धीरे-धीरे नुकसान भी पहुंचता है। इन अंगों के खराब हो जाने से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। अमेरिका जैसे विकसित देश में भी लोग अपने आप दर्द से छुटकारा पाने के लिए दर्द निवारक गोलियों का सेवन करते हैं जिसके कारण हर साल करीब 50 हजार लोग पैरासिटामोल के ओवर डोज के कारण इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होते हैं। उपचार के दौरान करीब 100 व्यक्ति मौत का ग्रास बन जाते हैं।


पैरासिटामोल को सबसे सुरक्षित दर्द निवारक औषधि माना जाता है लेकिन इसे भी डाॅक्टर की सलाह के बिना सेवन नहीं करना चाहिए अन्यथा नुकसान पहुंच सकता है। दर्द निवारक गोलियों के सेवन से प्रोस्टाग्लीनडीन कम हो जाती है जिसके कारण पेट में अल्सर होने की आशंका होती है। किसी व्यक्ति ने अपने जीवन काल में अगर पांच हजार दर्द निवारक गोलियों का सेवन कर लिया है तो निश्चित ही उसकी किडनी खराब हो गई होगी। अगर किडनी खराब नहीं हुई होगी तो शीघ्र ही खराब होने वाली होगी, ऐसा विशेषज्ञों का कहना है।


अगर कोई व्यक्ति सप्ताह में दो या दो से ज्यादा दर्द निवारक गोलियां लेता है तो उसकी किडनी के खराब होने की संभावना नौ गुना तथा पेट में अल्सर होने की संभावना तीन गुना हो जाती है।



65 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों में पेट में रक्तस्राव शुरू हो जाने की 5 गुना संभावना होती है। पैरासिटामोल का ज्यादा सेवन लिवर को खराब कर देता है। अस्पतालों में किडनी फेल होने के उपचार के लिए आने वाले मामलों में 10 प्रतिशत पैरासिटामोल के कारण होते हैै।


प्रतिदिन पैरासिटामोल की दो गोलियां खाना भी किडनी के लिए हानिकारक होता है। इससे किडनी खराब होने की संभावना तीन गुनी बढ़ जाती है। मद्यपान करने वाले लोगों को पैरासिटामोल लेते समय सतर्क रहना चाहिए। यदि मद्यपान करने वाले लोग नियमित रूप से पैरासिटामोल की गोलियां लेते हैं तो उनके लिवर के खराब होने की संभावना तीन गुना बढ़ जाती है। इसलिए मद्यपान करने वाले लोगों के बिना डाॅक्टर की सलाह के पैरासिटामोल की गोलियां नहीं लेनी चाहिए। यदि मद्यपान करने वाली महिलाएं पैरासिटामोल की गोलियों का सेवन करती हैं तो उनके लिवर के खराब होने की पूरी संभावना होती है।


जिनकी किडनी खराब हो, उन्हें दर्द निवारक गोलियां नहीं लेनी चाहिए। क्योंकि ऐसी औषधियों के सेवन से उनकी किडनी के प्रभावित होने की संभावना और बढ़ जाती है। आज करीब 600 सौ ऐसी दवाइयां हैं जिनमें दर्द निवारक दवाइयां होती हैं।


कोई समस्या हो तो स्वतः दवाइयां न लेकर डाॅक्टर से परामर्श लेकर ही दर्द निवारक गोलियां लेनी चाहिए अन्यथा जान भी जा सकती है।