सेहत हेतु लाभदायक है मसालों का प्रयोग

सेहत हेतु लाभदायक है मसालों का प्रयोग



किसी भी खाने के स्वाद को चुटकी भर मसाले बदल देते हैं। अब तो वैज्ञानिक उनके स्वाद के साथ फायदे भी बताते हैं। हमारे देश के मसाले तो विश्व भर में मशहूर हैं। तो आइए इन मसालों का प्रयोग कर आप भी खाने की शान बढ़ाएं।



  • दालचीनी को गर्म मसाले में डालने के अलावा यदि सब्जियों में इसके पाउडर का प्रयोग किया जाए तो सब्जी के स्वाद में बहुत अंतर आता है। दालचीनी कोलेस्ट्राल को कम करती है, मधुमेह और आर्थराइटिस को भी दूर करने में मदद करती है। अगर हम दालचीनी का प्रयोग अपने खाद्य पदार्थाें में नियमित करते रहें तो यह शरीर के प्राकृतिक रक्षक के रूप में काम करती है।




  • लौंग का प्रयोग चावलों में तो सभी करते हैं पर अक्सर लोग इसे प्लेट में अलग कर देते हैं। इसे खाना बहुत ही लाभदायक है। चावल में तो चावल का स्वाद और खुशबू बढ़ाती है, उसके अतिरिक्त इसके सेवन से दांत के दर्द में आराम, पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने में, डायरिया में आराम, एक्ने दूर करने में मदद करती है। लौंग की नम्बर वन मसालों में गिनती होती है क्योंकि इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल, एंटीसैप्टिक व एंटीवायरल गुण होते हैं।




  • कुछ कुछ खाद्य पदार्थाें की सुगन्ध से आप जान जाते हैं कि इसमें हींग का प्रयोग हुआ है। चुटकी भर हींग स्वाद बदलने के लिए काफी है। हींग हमारी पाचन क्रिया और सांस संबंधी बीमारियों को दूर करती है। हींग का अधिक प्रयोग आपको नुकसान पहुंचा सकता है और खाने के स्वाद को बिगाड़ सकता है।

  • डाइनिंग टेबल पर नमक के साथ रखी पिसी काली मिर्च दही और सलाद के स्वाद को बढ़ा देती है। काली मिर्च स्वयं में एंटीआक्सीडेंट है, इसके सेवन से पाचन क्रिया तंदुरुस्त रहती है और आंतों में होने वाले बैक्टीरियल इंफेक्शन से दूर रखती है।




  • छोटी इलायची का स्वाद और खुशबू दोनों ही सबको प्रिय हैं। हलवे, खीर, दूध, चाय में इसका प्रयोग करने से उनका स्वाद और खुशबू बढ़ जाती है। छोटी इलायची को हम खाने के बाद मुंह में रखकर माउथ फ्रेशनर का काम भी ले सकते हैं। पेट में एसिडिटी और गैस को कम करने में छोटी इलायची मदद करती है। उलटी रोकने में भी हम इसका प्रयोग कर सकते हैं।




  • केसर अपने रंग और खुशबू दोनों के लिए जानी जाती है। केसर एक महंगा मसाला है, इसका प्रयोग हम विशेष अवसरों पर करते हैं। केसर हमारी किडनी, ब्लैडर व लिवर की परेशानियों को कम करती है। इसके अतिरिक्त पाचन क्रिया को ठीक रखती है, कोलेस्ट्राल कम करती है। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को इसे दिया जाता है ताकि बच्चे की त्वचा और रंग पर प्रभाव पड़े। त्वचा उपचार हेतु भी इसका प्रयोग किया जाता है।

  • हल्दी हमारे मसालों में से बहुत महत्त्वपूर्ण मसाला है। हर रसोई की जान है हल्दी, हल्दी बिना कोई भी दाल, सब्जी को नहीं पकाया जाता है। हल्दी अटीआक्सीडेंट से भरपूर है। त्वचा मंे निखार, जोड़ों का दर्दाें, लिवर की परेशानी होने पर, अल्ज़ाइमर रोग, कोलेस्ट्राल नियंत्राण रखने में इसका प्रयोग फायदेमंद है।

  • मसाले सेहत हेतु बहुत अच्छे हैं पर इनका सीमित प्रयोग ही लाभप्रद है। अगर इनका प्रयोग अधिक मात्रा में किया जाए तो लाभ के स्थान पर हमें नुकसान भी पहुंचा सकते हैं। साबुत मसाले आप काफी समय तक एयर टाइट डिब्बे में रख सकते हैं या फ्रिज में सील कर भी रख सकते हैं। पिसे मसाले थोड़े समय बाद अपना स्वाद और खुशबू खो देते हैं। मसालों को थोड़ा थोड़ा पीस कर प्रयोग में लाएं।