सुखी जीवन का राज "स्वस्थ" रहना है

सुबह सवेरे अच्छे से पेट साफ होना उत्तम स्वस्थ्य की सबसे बड़ी निशानी है। मगर खान-पान में अनियमितता भागदौड़ भरी जिंदगी और रोज का तनाव अक्सर कब्ज की शिकायत पैदा करता है । इसकी वजह से शरीर में आलस और और पेट और सिर में भी दर्द हो सकता है। बच्चा हो या बूढा आज हर कोई इससे परेशान है इसके अलावा कब्ज की वजह से शरीर में और भी कई तरह की बीमारियां घर कर जाती है लेकिन थो़ड़ी सी सावधानी से कब्ज पर आसानी से काबू पाया जा सकता है।
आज हम आपको कब्ज से बचने का उपाय और कैसे इस पर काबू पाया जाये इस बारे में बतायेंगे।



क्या है कब्ज


सबसे पहले हम जानेंगे कि कब्ज आखिर है क्या - अगर शौच जाने पर निकलने वाला मल सख्त हो या उसके निकलने में बहुत जोर लगाना पड़े या मल की प्रकृति सामान्य न हो तो उसे कब्ज कहते हैं। अगर रोजाना ढंग से पेट साफ नही हो और ऐसा लगता रहे कि मल पूरी तरह से बाहर नहीं निकला है। इसके अलावा कब्ज होने पर पेट में गैस बनती है। हवा भरना ,पेट में दर्द या भारीपन, सिरदर्द, भूख में कमी हो जाती है और जीभ पर अन्न कणों का जमा हो जाते है। मुंह का स्वाद बिगड़ जाता है यहां तक कि चक्कर आ सकते है। टांगों में दर्द, बुखार, नींद-सी छाई रहना और धड़कन भी बढ़ जाती है ।



कब्ज के कारण


कई ऐसी बीमारियां हैं, जिनकी वजह से कब्ज हो सकता है। जैसे रसौली (आंत में गांठ) या फिर किसी वजह से आंत में रुकावट आने पर कब्ज हो जाता है। इस तरह के मामलो में डॉक्टर से सलाह लेना ही सही रहता है क्योंकि इस तरह के ज्यादातर मामलों में ऑपरेशन किया जाता है।
वहीं अगर आयुर्वेद की माने तो शरीर में वात के बढ़ने से कब्ज होती है। इसके अलावा खाने-पीने की गलत आदतें, जितनी भूख लगी है, उससे ज्यादा खाना, और पचने वाली भारी चीजे जैसे कि मीट, भारी अन्न पदार्थों को खाना और फल-सब्जियां-सलाद कम खाने से कब्ज होती है। नशीली दवाएं और धूम्रपान से भी कब्ज हो जाता है।
लगातार पेनकिलर्स यानी दर्द निवारक गोलियां या नॉरकोटिस, खाने वाले भी कब्ज का शिकार हो जाते हैं। मानसिक तनाव, खाने का समय नियमित न होना और ज्यादा तला - भूना खाने से भी कब्ज की बीमारी हो सकती है।


क्या है कब्ज का इलाज

अगर आप कब्ज से दूर रहना चाहते है तो इसके लिए आपको कोई बहुत ज्यादा परेशान होने की जरुरत नही है। बस अपने खान पान की थोडी़ आदतों को आपको सुधारना होगा और खाने में हरी और रेशेदार सब्जियां और लिक्विड जैसे कि दूध, फलों का रस, शिकंजी आदि का इस्तेमाल करे, ये आपको कब्ज से दूर रखेंगे ।
इसके अलावा छोटी मोटी शारीरिक परेशानियों में फौरन दवा खाने की आदत से बचें। मतलब यह है कि कम से कम दवाइयां खाएं। और दवाईयां डॉक्टर की सलाह से ही लें।



  • खानेपीने का ध्यान तो रखें ही साथ ही रेग्युलर एक्सर्साइज की आदत भी डाले ।

  • अगर आपका वजन सही अनुपात में है और बॉडी फिट है, तो कब्ज की आशंका कम ही रहती है।

  • कब्ज की दवाओं के सहारे पेट साफ करने की आदत सही नहीं है।

  • लंबे समय तक इन दवाओं को खाने से अंतड़ियों में सूजन आ जाती है। और शरीर को इन दवाओं की आदत भी पड़ जाती है।

  • दूध-दही या पानी के साथ रात के समय दो चम्मच ईसबगोल की भूसी लें।

  • अगर आप इन छोटी छोटी आदतो को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल कर लेंगे तो आपको कब्ज की समस्या से दोचार नही होना पडेगा।


डाइट चार्ट



कब्ज की सबसे बड़ी वजह होती है खान-पान की अनियमितता। अगर हमें पता हो कि कौन सी चीजें खाने से पेट अच्छे ढंग से साफ होता है और कौन सी चीजों से कब्ज होता है, तो खानपान के सहारे ही इस बीमारी से दूर रहा जा सकता है। आप क्या खाये और क्या नही हम आपको इसकी पूरी जानकारी भी देंगे -



कब्ज दूर करने के लिए क्या खाएं



फल मौसमी, संतरा, नाशपाती, तरबूज, खरबूजा, आड़ू, अन्ननास, कीनू, सरदा, आम, शरीफा, अमरूद, पपीता व रसभरी, और थोड़ा-बहुत अनार। यानी मुख्य रूप से रेशेदार फल ही लें।



सब्जियां




रसे वाले या दूसरी सब्जियों में मिलाकर बनाए गए आलू, बंदगोभी, फूलगोभी, मटर, सभी प्रकार की फलियां, शिमला मिर्च, तोरी, टिंडा, लौकी, परमल, गाजर, थोड़ी बहुत मेथी, मूली, खीरा, ककड़ी, कद्दू- पेठा, पालक, नींबू व सरसों। कब्ज के लिए बथुआ खास तौर पर अच्छा होता है।
दालें - उड़द की छोड़कर सभी साबुत यानी छिलके वाली दालें। अनाज- रोटी बनाने के लिए गेंहूं के आटे में काले चने का आटा या चोकर मिलाकर आटा गूंदें। पांच किलोग्राम आटे में में ढाई सौ ग्राम चोकर मिला लें। चावल कम खाएं। और क्रीम निकला हुआ यानी टोंड दूध ही पीएं। कोल्ड ड्रिंक के रूप में शर्बत, शिकंजी, नींबू पानी या लस्सी को प्राथमिकता दें। और जमकर पानी पिएं।



परहेज करें

फल- चीकू, केला, सेब, अंगूर, शरीफा, लीची।
सब्जियां, अरबी, भिंडी, कचालू, रतालू, बैंगन, जिमीकंद, चुकंदर।
दालें, राजमा, सफेद छोले, साबुत उड़द, चने, सोयाबीन, लोबिया (खास तौर पर रात के वक्त इन्हें खाने से परहेज करें) मीट, अंडा व मछली कब्ज करती हैं। इन्हें दूसरी सब्जियों के साथ मिलाकर खाएं।
जूस के बजाय साबुत फल खाएं। पनीर, मक्खन व घी से बचें। पनीर को पालक के साथ खा सकते हैं।



शुगर यानी मधुमेह के मरीज क्या करें




  • शुगर के रोगी को अकसर हाजमा खराब रहने और कब्ज की शिकायत होती है। उनकी आंत पर शुगर की वजह से असर पड़ता है। आंतों में मल का मूवमेंट धीमा हो जाता है। इसी वजह से कब्ज हो जाता है। शुगर के रोग निम्न तरीके अपना सकते हैं-

  •  खाने में फाइबर यानी रेशेदार चीजों की मात्रा बढ़ाएं।

  •  आटे में चोकर मिलाकर रोटियां बनवाएं।

  •  सुबह उठकर गुनगुना पानी पिएं। रोजाना टहलने जरूर जाएं।

  • खास तौर पर सुबह के समय। रोजाना दो सौ ग्राम कोई भी रेशेदार फल मसलन, पपीता जरूर खाएं।

  • शुगर के रोगी चीकू, केले, नारियल, आम व भुट्टा न खाएं। सब्जियों में पत्ते वाली सब्जियां, फलियां व सलाद लें। हरी सब्जियां और दलिया का इस्तेमाल ज्यादा करे। दूध में ओटमील या जई का आटा मिलाकर खाएं।


कब्ज से बचने के घरेलू नुस्खे
कब्ज काफी बीमारीयों की जड होता है इसीलिए ये बेहद जरुरी है कि इससे बचा जाये ...इसी लिए कहा जाता है कि ‘‘प्रिकाॅशन इस बैटर दैन क्योर ‘‘ इसी मूलमंत्र को ध्यान में रखते हुए हम यहां पर आपको इससे बचने के कुछ घरेलू उपाय बता रहे है जिनको अपना कर आप कब्ज पर काबू पा सकते है।



  • जहां तक हो सके बासी और बाजार का खाना खाने से बचे ।

  • चाय, कॉफी, स्मोकिंग और दूसरी नशीली चीजो का इस्तेमाल ना करे ।

  • बेड-टी की जगह बेड-वाटर लेने की आदत डालें, ये कब्ज में काफी लाभकारी है ।

  • एक्सरसाइज की अहमियत से तो हम सभी वाकिफ है ये ना सिर्फ कब्ज बल्कि और भी कई बीमारियों में लाभकारी है इसीलिए नियमित रुप से एक्सरसाइज करे और सुबह कुछ देर टहलने की आदत अवश्य डालें।

  • इसके अलावा आप कुछ घरेलू उपाय भी अपना सकते है आप 20 ग्राम त्रिफला रात को 250 ग्राम पानी में भिगोकर रख दें। सुबह शौच से पूर्व त्रिफला का निथरा हुआ पानी पी लें तो कुछ ही दिनों में कब्ज दूर हो जाएगा।

  • रात को सोने से पहले एक चम्मच शहद एक गिलास ताजे पानी के साथ मिलाकर अगर आप नियमित रूप से पीयेगें तो आपकी कब्ज की समस्या पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है ।

  • सबुह के समय बिना कुछ खाए चार दाने काजू, और 5 दाने मनुक्का के साथ खाने से भी कब्ज में आराम मिलता है ।

  • बच्चों में कब्ज की शिकायत को दूर करने के लिए बड़ी हरड़ को पानी में घिसकर दो चम्मच पिलाएं आप इसमें चीनी भी मिला सकते हैं। साथ ही बच्चों की गुदा में थोड़ा सा सरसों या नारियल का तेल लगाने से उनकी कब्ज खुल जाती है।