कैंसर जैसी घातक बीमारी को भी मात दे सकता है विटामिन बी-17


रश्मि शर्मा
पढ़ने और सुनने में भले ही आपको इस बात पर यकीन नहीं हो पर जानकर हैरानी अवश्य होगी कि कैंसर कोई बीमारी नहीं बल्कि चिकित्सा जगत में पैसा कमाने का साधन मात्रा है।
भले ही विगत कुछ वर्षों में कैंसर को एक तेजी से बढ़ती भयावह बीमारी के रूप में प्रचारित किया जाता रहा हो जिसके इलाज के लिए कीमोथेरेपी, सर्जरी या और उपायों को अपनाया जाता रहा है, जो महंगे होने के साथ-साथ मरीज के लिए घातक भी रहे हैं। लेकिन अगर यह कहें कि कैंसर जैसी कोई बीमारी है ही नहीं,तो जी हां यह सुनकर आप दाँतों तले उंगुलियां दबाने पर विवश हो जाएंगे लेकिन यह बिलकुल सच है कि कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि को स्वास्थ्य जगत में कैंसर का नाम दिया गया है जिससे डाक्टरों की अच्छी खासी कमाई भी हो रही है। इस विषय पर लिखी किताब ‘वल्र्ड विदाउट कैंसर’ कैंसर से बचाव के हर पहलू को इंगित करती है और अब तक विश्व की कई भाषाओं में ट्रांसलेट की जा चुकी है, का दावा है कि कैंसर कोई बीमारी नहीं बल्कि शरीर में विटामिन बी17 की कमी का होना मात्रा भर है।
यही नहीं, कई  शोधों में भी यह बात साबित हो चुकी हैं कि खुबानी बीज में पाया जाने वाला विटामिन बी-17 सामान्य कोशिकाओं के लिए पूर्णतया सुरक्षित है जो कि कैंसर जैसे खतरनाक कहे जाने वाले रोगों के बचाव हेतु काफी लाभकारी है। 
इसीलिए आज से ही यह बात अपने जेहन में बैठा लें कि कैंसर नाम की कोई बीमारी है ही नहीं अपितु यह शरीर में विटामिन बी17 की कमी से होने वाला एक साधारण सा रोग है और इसकी कमी को ही कैंसर का नाम देकर चिकित्सा जगत के क्षेत्रा में एक व्यवसाय के रूप में स्थापित कर लिया गया है जिसका फायदा मरीज को कम और चिकित्सकों को कहीं अधिक होता है। चूंकि कैंसर मात्रा शरीर में किसी विटामिन की कमी है तो इसकी पूर्ति करके इसके बढ़ते खतरे को कम ही नहीं बल्कि समाप्त भी किया जा सकता है।
यह उसी तरह का मसला है जैसे सालों पहले स्कर्वी रोग से कुछ लोगों की मौतें होती थीं किन्तु बाद में खोज में यह सामने आया कि यह कोई रोग नहीं बल्कि विटामिन सी की कमी या अपर्याप्तता थी। कैंसर को लेकर भी कुछ ऐसा ही देखने को मिलता है। आज की तारीख में भी विटामिन बी 17 की कमी को कैंसर का नाम दे दिया गया है पर आप लोगों को इससे डरने या मानसिक संतुलन खोने की जरूरत नहीं बल्कि इसकी स्थिति को समझना कहीं बेहतर साबित होगा साथ ही उसके अनुसार इसके वैकल्पिक उपायों को भी अपनाना होगा।
कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि विटामिन बी-17 के अधिकाधिक सेवन से कैंसर का खतरा बहुत कम हो सकता है। विटामिन बी-17 अर्जित करने के लिए फ्रूट स्टोन, खूबानी, सेब, पीच, नाशपाती, फलियां, अंकुरित दाल व अनाज, मसूर के साथ ही बादाम का सेवन कर सकते हैं। इनके अलावा मलबेरी, स्ट्राबेरी, ब्लू बेरी, ब्लैक बेरी, कपास व अलसी के बीच, जौ का दलिया, ओट्स, ब्राउन राइस, धान, कद्दू, ज्वार, अंकुरित गेहूं, ज्वारे, कुट्टू, जई, बाजरा, काजू, चिकनाई वाले सूखे मेवे आदि विटामिन बी17 के अच्छे स्रोत हैं। इसलिए आज से ही इन्हें अपनी रोज की डाइट में शामिल करके आप कैंसर से यानी इस विटामिन बी-17 की कमी से होने वाली गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं।