नारी सुलभ कोमलता के प्रतीक हाथों की देखभाल



कभी-कभी ऐसा होता है कि पार्टी में जाते समय महिलाएं सारा मेकअप तो कर लेती हैं पर जब सब के सामने अपने हाथ बढ़ाने पड़ें तो वे सकुचा जाती हैं। ऐसा क्यों? वहां दूसरों के सुंदर-सुंदर हाथों को देखकर वे स्वयं अपने असुंदर हाथों के प्रति सजग हो उनके प्रति स्वयं ही वितृष्णा से भर उठती हैं। फिर क्यों न पहले से ही अपने हाथों के सौंदर्य के प्रति सजग एवं सतर्क रहा जाय। हाथों की कोमलता, उनकी त्वचा और देखभाल ऐसी हो कि लोगों के सामने हाथ बढ़ाना पड़े तो शर्मिन्दगी न उठानी पड़े।



घर का कामकाज टाला नहीं जा सकता पर इसका अर्थ यह नहीं कि हाथों की उपेक्षा की जाए। गृहिणी खाना बनाने के बाद जब अपने कोमल हाथ बढ़ाकर खाना परोसती है तो खाने वाले का मन उसकी प्रशंसा से भर जाता है।



कुदरती रूप से सुंदर हाथ बहुत कम लोगों को ही नसीब होते हैं। साधारण हाथों का रखरखाव यदि ठीक ढंग से हो तो भी वे सभी का ध्यान आकर्षित कर सकते हैं। हाथों की देखभाल करना बहुत आसान है, पर इसके लिए जरूरी है इनकी नियमित देखभाल।




हाथ सुंदर लगने के लिए सबसे जरूरी है-हाथों की त्वचा कोमल हो, उंगलियों का आकार सुंदर हो, उंगलियों के नाखून सुंदर हो। हाथों को सुंदर बनाने के लिए इन सब बातों पर अमल करेंः-



  • हाथ धोने के बाद पानी अच्छी तरह पोंछना न भूलें। हाथों का तैलीय तत्व बना रहे, इसके लिए धोने के तुरंत बाद उन पर क्रीम लगाएं।

  • हाथों की त्वचा के दाग हटाने के लिए व रंग निखार के लिए नींबू का प्रयोग करें।

  • रात को दूध की क्रीम में थोड़ा सा नींबू का रस मिलाकर हाथों पर मलकर सोएं। अधिक बेहतरी के लिए ग्लिसरीन भी मिला सकती हैं।

  • गरम पानी, साबुन तथा सोडे आदि में हाथ डुबोने पड़ें तो उसका दुष्प्रभाव दूर करने के लिए एक बड़ा चम्मच सिरका या नींबू मिले पानी से हाथ धोएं।

  • रात को सोते समय हमेशा किसी लोशन या क्रीम का प्रयोग करें।

  • ग्लिसरीन के साथ गुलाबजल या खीरे का रस मिलाकर लगाएं। यह सस्ता भी है और फायदेमंद भी।

  • उंगुलियों का नियमित व्यायाम और मालिश करें। प्रत्येक अंगुली को एक एक कर के, दूसरे हाथ के अंगूठे तथा अंगुलियों के बीच दबाकर नाखून से नीचे की ओर दबाते हुए मालिश करें।

  • हाथों और नाखूनों को साफ कर सुखाने के पश्चात् नेलकटर से नाखूनों को गोल आकार दें।

  • क्युटिकल पुशर या सींक पर रूई लपेटकर रिमूवर में भिगो कर आहिस्ता आहिस्ता त्वचा को पीछे की ओर खिसकाएं। यह कार्य बहुत दक्षता तथा आराम से करना चाहिए वरना त्वचा के किनारे फट सकते हैं। नाखूनों पर खरोंच लगने से उनकी चिकनाहट कम हो जाती है।

  • नाखूनों को आकार देते समय अर्द्धचंद्र का आकार ही अपनाएं। इससे नाखूनों का आकार स्वाभाविक लगता है।

  • नाखूनों पर पालिश करने से नाखून जल्दी नहीं टूटते तथा सुंदर लगते हैं। एक बार नेलपालिश लगाने के बाद नेल पालिश सूखने दें, तब दुबारा उस पर नेलपालिश लगाएं। उससे नाखून भी सुरक्षित रहते हैं। नेलपालिश भी इकसार तथा चमकीली लगती है।

  • नाखूनों की मजबूती के लिए उन पर नींबू का छिलका रगड़ें।
    स नाखूनों को बेतरतीब ढंग से बढ़ाकर न रखें।
    स रात को सोते समय नाखूनों पर क्यूटिक क्रीम से मालिश करें। इससे नाखून मुलायम तथा लचीले रहते हैं।
    इन पर बातों पर कुछ महीने अमल करके देखिए। नमस्ते की मुद्रा में जुड़े हाथ, या हाथ मिलाते हुए हाथों की तारीफ में लोग तारीफों के पुल बांधने लग जाएंगे। हर कोई आपके कोमल व सुंदर हाथों की मन-ही-मन सराहना किए बिना नहीं रहेगा।