हानिकारक हो सकता है गर्म पानी से स्नान करना


सर्दियों में नहाने की कल्पना मात्रा से ही शरीर सिकुड़ने, ठिठुरने लगता है और यदि नहाने के लिए पानी ठंडा हो तो बस मत पूछिए। सिकुड़न, ठिठुरन के साथ दांत भी किटकिटाने शुरू हो जाते हैं।


शहरों में तो पानी रात भर टंकियों में पड़ा रहने के कारण अधिक ठंडा (चिल्ड) सा होता है। उस पानी से नहाना तो दूर, नहाने की कल्पना करना भी मुश्किल लगता है। ऐसे में लोग रोज़ न नहाकर दूसरे तीसरे दिन स्नान करते हैं, वो भी ठंडे नहीं, गर्म पानी से। जो लोग प्रतिदिन नहाने में विश्वास करते हैं वे भी ठंडे पानी से न नहाकर गर्म पानी प्रयोग में लाते हैं।


कस्बों, शहरों में हैंडपंप का पानी सर्दियों में भी ताजा-ताजा आता है। उससे फिर भी नहाया जा सकता है। गर्म पानी से नहाना सेहत के लिए हानिकारक होता है। नहाते समय तो गर्म पानी से नहाना अच्छा लगता है। नहाने के बाद अधिक ठंड लगती है। ऐसे में नहाकर बाहर निकलना तो बीमारियों को निमंत्राण देने वाली बात होती है।



ताजे़े पानी से नहाने पर ठंड तो जरूर लगती है परन्तु नहाने के कुछ समय बाद शरीर तरोताज़ा महसूस होता है। गर्म पानी से नहाने पर शरीर में वो चुस्ती फुर्ती नहीं रहती और शरीर शुष्क-शुष्क बना रहता है। अधिक ठंडा पानी होने पर थोड़ा गर्म पानी मिला कर ही नहाएं।


गर्म पानी से स्नान के बाद बाहर निकलने पर सर्दी एक दम पकड़ती है। छींकें, ज़ुकाम होने का खतरा भी बढ़ जाता है। ताजे पानी से नहाने से रक्त वाहिनियों में उत्तेजना आती है इसलिए ताजे पानी से स्नान करने के तुरन्त बाद भूख लगने लगती है।


वैसे तो ताजे पानी के स्नान के बाद दांत किटकिटाने लगते हैं। ऐसे में घबराइये नहीं। थोड़ी देर गर्म वस्त्रा पहनने के पश्चात् आप सामान्य महसूस करेंगे। यथा संभव ताजे जल से स्नान कीजिए जो सेहत के लिए उत्तम होता है। ध्यान रखें बूढ़े लोगों और बच्चों को थोड़ा गर्म पानी मिला कर स्नान के लिए दें।